मध्यप्रदेश

दूसरी लिस्ट में विंध्य के 5 सीटों में भाजपा उम्मीदवार: दो सिटिंग MLA के टिकट काटे, सीधी-सतना से सांसदों को उतारा; सिहावल में कैंडिडेट बदला

दूसरी लिस्ट में विंध्य के 5 सीटों में भाजपा उम्मीदवार: दो सिटिंग MLA के टिकट काटे, सीधी-सतना से सांसदों को उतारा; सिहावल में कैंडिडेट बदला
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भाजपा ने एमपी के 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट सोमवार 25 सितंबर को जारी कर दी है. दूसरी लिस्ट में विंध्य की 5 सीटों में भाजपा ने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं.

BJP Candidate List in Vindhya: भाजपा ने एमपी के 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट सोमवार 25 सितंबर को जारी कर दी है। दूसरी लिस्ट में विंध्य की 5 सीटों सतना, मैहर, सीधी, सिहावल और कोतमा में भाजपा ने उम्मीदवार घोषित किए हैं। जबकि चित्रकूट विधानसभा के उम्मीदवार की घोषणा पहले लिस्ट में कर दी गई थी।

दूसरी लिस्ट में भाजपा ने उम्मीदवारों में बड़े बदलाव किए हैं। विंध्य के दो सिटिंग एमएलए की टिकट काट दी गई है, जबकि दो हारी हुई सीटों में कैंडीडेट बदले गए हैं, जबकि हारी हुई सीट पर एक बार फिर उसी उम्मीदवार पर भाजपा ने भरोसा जताया है।

सीधी, सिहावल के प्रत्याशी बदले

भाजपा की दूसरी सूची में एमपी के कुल 39 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है। इन 39 सीटों में 36 सीटें भाजपा 2018 चुनाव में हारी हुई है। जिन तीन सिटिंग एमएलए की टिकट भाजपा ने काटी है, उनमें से दो सीधी और मैहर विंध्य की सीटें हैं। 2018 चुनाव में सीधी विधानसभा से कद्दावर भाजपा नेता केदारनाथ शुक्ला 19968 वोटों से जीतकर विधायक बनें थे। लेकिन इस बार भाजपा ने उन पर भरोसा नहीं जताया। 2023 विधानसभा चुनाव के लिए सीधी सांसद रीति पाठक को सीधी विधानसभा से मैदान में उतारा गया है।

केदारनाथ शुक्ला के टिकट काटने के पीछे की वजह सीधी में कुछ माह पहले हुए 'पेशाबकांड' को माना जा रहा है। आदिवासी युवक पर हुए इस पेशाबकाण्ड से भाजपा और शिवराज सरकार की बड़ी किरकिरी कराई थी।

इधर, सीधी जिले की ही सिंहावल सीट में इस बार भाजपा ने प्रत्याशी बदल दिया है। सिंहावल 2018 में भाजपा की हारी हुई सीट रही है। इस बार शिवबहादुर सिंह की जगह भाजपा ने विश्वामित्र पाठक को मैदान में उतारा है।

मैहर के नारायण की टिकट कटी

इसके अलावा भाजपा ने मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी की भी टिकट काट दी है। यूं तो नारायण त्रिपाठी हर पार्टी का स्वाद चखते और हर सेंबल से जीतते आ रहें हैं, लेकिन 2018 में कमल चुनाव चिन्ह से अपने प्रतिद्वंदी को 2984 वोटों से हराने वाले त्रिपाठी के बागी तेवर भाजपा को जंच नहीं रहें थे। इसलिए भाजपा ने त्रिपाठी की टिकट काटकर मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी को मौका दिया है।

सतना से सांसद गणेश सिंह को टिकट

इधर, सतना विधानसभा क्षेत्र में भी बड़ा बदलाव हुआ है। सांसद गणेश सिंह को टिकट देकर भाजपा ने सभी को चौका दिया है। सतना सीट कांग्रेस के कब्जे में है। 2018 में कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा ने भाजपा उम्मीदवार शंकारलाल तिवारी को 12558 वोटों से हराया था। इस शहरी विधानसभा सीट को भाजपा वापस अपने पाले में चाहती है।



कोतमा प्रत्याशी पर दोबारा भरोसा

विंध्य के अनुपपुर जिले में आने वाली कोतमा विधानसभा सीट में एक बार फिर भाजपा ने पुराने प्रत्याशी पर दांव खेलने का निर्णय लिया है। 2018 में कांग्रेस के खाते में गई इस सीट से एक बार फिर दिलीप जायसवाल को मौका दिया गया है।

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