मध्यप्रदेश

...तो विंध्य से कांग्रेस का हो जाएगा पूरा सफाया, पीएम के स्वदेश लौटने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह राहुल की बीजेपी में होगी एंट्री?

...तो विंध्य से कांग्रेस का हो जाएगा पूरा सफाया, पीएम के स्वदेश लौटने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह राहुल की बीजेपी में होगी एंट्री?
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अजय सिंह राहुल और भाजपाइयों की बढ़ती नजदीकियों के कुछ तो मायने हैं.

कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह राहुल के भाजपा में जाने के संकेत साफ़ नजर आ रहें हैं.

भोपाल. राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं विधानसभा के भूतपूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल (Ajay Singh Rahul) बीजेपी में शामिल होने जा रहें हैं. इस चर्चा के भी अपने अलग मायने हैं. दरअसल, सोमवार को अजय सिंह राहुल और एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच लंबी बैठक हुई. इसके बाद कैलाश विजयवर्गीय से उनकी मुलाक़ात. बैठक तो गोपनीय रही लेकिन सियासी हलचल मचाने के लिए काफी थी.

हफ्ते भर के भीतर भाजपाई होंगे अजय सिंह 'राहुल'?

सूत्रों की मानें तो एक हफ्ते के भीतर अजय सिंह राहुल की भाजपाई हो जाएगें. पीएम मोदी अभी अमेरिका के दौरे पर हैं. उनके स्वदेश वापसी के बाद अजय सिंह राहुल उनसे मुलाक़ात करेंगे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उन्हें भाजपा में शामिल करेंगे. इन कयासों में मध्यप्रदेश भाजपा के तीन चेहरे सामने आ रहें हैं, जो भाजपा में राहुल की एंट्री के रणनीतिकार हैं, जिनमें सीएम के बाद सरकार में नंबर 2 की अहमियत रखने वाले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयवर्गीय और नागौद विधायक नागेंद्र सिंह शामिल हैं. हांलाकि इस बात पर अभी तक न भाजपा की तरफ से मुहर लगी है और न ही अजय सिंह राहुल की तरफ से.

नरोत्तम मिश्रा से मिले अजय सिंह राहुल

सोमवार को कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल (Ajay Singh Rahul) ने शिवराज सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) से फोन पर मिलने के लिए समय मांगा था. नरोत्तम मिश्रा के तीन इमली निवास पर दोनों की मुलाक़ात हुई. मुलाक़ात करीबन 40 मिनट तक चली, लेकिन दोनों की मुलाक़ात की मुख्य वजह क्या थी? यह दोनों नेताओं ने ही बताने से इनकार कर दिया.

अजय सिंह राहुल और नरोत्तम मिश्रा की 'सौजन्य भेंट'

कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल से मुलाक़ात के बाद जब गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने इसे 'सौजन्य भेंट' का नाम दे दिया. लेकिन राजनितिक गलियारों में चर्चा है कि द्वय नेताओं के बीच ये मुलाकात सौजन्य भेंट तो बिलकुल नहीं थी. कहीं अजय सिंह राहुल भाजपा ज्वाइन करने की फिराक में तो नहीं?





दरअसल, विधानसभा चुनाव 2018 में अजय सिंह राहुल को अपने गृह विधानसभा क्षेत्र चुरहट में हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्हें लोकसभा चुनाव 2019 में भी संसदीय क्षेत्र सीधी से चुनाव हार गए. चर्चा है कि इसके बाद से कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश कांग्रेस में लगातार उनकी अनदेखी हो रही है. हांलाकि उनके समर्थकों का मानना है कि यूपीए सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह राहुल का दबदबा विंध्य में अभी भी वैसा ही है.

कमलनाथ से सीधी टक्कर

अजय सिंह राहुल की गिनती उन नेताओं में होती है जो तुक कर बात करते हैं और तौलकर जवाब देते हैं. कई मर्तबा उनकी इसी वजह से कमलनाथ से जुबानी जंग भी हो चुकी है. वे मध्यप्रदेश कांग्रेस में कमलनाथ के नेतृत्व पर सवाल भी उठा चुके हैं. साथ ही कमलनाथ के विंध्य द्वारा लुटिया डुबोने के बयान पर उन्हें विंध्य के बारे में अनर्गल न लगाने की नसीहत भी दे चुके हैं.

कमलनाथ को नसीहत

सार्वजनिक रूप से अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की कार्यप्रणाली को लेकर उन्होंने कहा था- अपनी अक्षमता का ठीकरा विंध्य पर न फोड़ा जाए. इस तरह के बयान से विंध्य का अपमान होता है. पार्टी के पुराने कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि इससे निराश हो जाते हैं. 2020 में सरकार गिरने का कारण विंध्य नहीं, बल्कि कमलनाथ खुद थे.

इस वजह से बीजेपी में शामिल होने के कयास

अजय सिंह राहुल के भाजपा के नेताओं से बढ़ रही नजदीकियों, प्रदेश नेतृत्व पर लगातार उनके द्वारा उठाए जा रहे सवालों और राज्य के राजनीति में कांग्रेस द्वारा उनके साथ की जा रही अनदेखियों के चलते ये कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल भैया बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. हांलाकि ये सिर्फ राजनीतिक गलियारों की चर्चाए हैं. अजय सिंह राहुल कांग्रेसी ही रहेंगे या भाजपाई होंगे ये तो वक़्त ही बताएगा.

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