मध्यप्रदेश

झाबुआ के 'गालीबाज SP' के बाद सीएम शिवराज ने रिश्वतखोरी की शिकायत पर कलेक्टर को भी हटाया, रजनी सिंह नई डीएम

झाबुआ के गालीबाज SP के बाद सीएम शिवराज ने रिश्वतखोरी की शिकायत पर कलेक्टर को भी हटाया, रजनी सिंह नई डीएम
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एक दिन पहले एमपी सीएम शिवराज ने एसपी को सस्पेंड करने का निर्देश दिया था, अब मंगलवार को झाबुआ कलेक्टर को भी हटा दिया गया है.

एमपी सीएम शिवराज सिंह चौहान (MP CM Shivraj Singh Chouhan) इन दिनों एक्शन पर हैं. सोमवार को सीएम ने कड़ा रुख अपनाते हुए झाबुआ के 'गालीबाज एसपी' अरविन्द तिवारी (Jhabua SP Arvind Tiwari Suspend) को हटाने के निर्देश दिए थें. अब झाबुआ कलेक्टर (Jhabua Collector Somesh Mishra Removed) को भी हटा दिया गया है. वहां जनता ने सरकारी योजनाओं में देरी, रिश्वतखोरी सहित तमाम शिकायतें की थीं, जिसे लेकर मंगलवार को सीएम ने कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. IAS रजनी सिंह (अपर आयुक्त, राजस्व इंदौर) को झाबुआ कलेक्टर बनाया गया है. जबकि सोमेश मिश्रा को उप सचिव मप्र बनाया गया है.

सीएम शिवराज ने झाबुआ कलेक्टर को हटाया

सोमवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्टूडेंट्स से गाली गलौज और अभद्रता करने के वायरल ऑडियो को लेकर झाबुआ एसपी अरविन्द तिवारी पर एक्शन लिया था. अरविन्द तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया. साथ ही पुलिस मुख्यालय भोपाल भेज दिया गया. इसके बाद मंगलवार को सरकारी योजनाओं में देरी, रिश्वतखोरी सहित तमाम शिकायतों के चलते झाबुआ कलेक्टर सोमेश मिश्रा (Jhabua Collector Somesh Mishra) को भी सीएम ने हटाने के निर्देश जारी कर दिए.

सीएम को मिली थी भ्रष्टाचार की शिकायत

सीएम शिवराज सिंह चौहान से जिले में सरकारी योजनाओं और जमीनों के मामले में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की थी. इसके पहले सीएम मार्च महीने में भगौरिया उत्सव में झाबुआ के थांदला पहुंचे थे. तब भी सीएम से स्कूलों में घटिया खेल सामग्री बांटने की शिकायत की गई थी. सीएम ने जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे. लेकिन मामले में एफआईआर के आगे बात नहीं बढ़ी. इसके अलावा झाबुआ जिले में लगातार आदिवासी छात्र अपने हक के लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं.

32 किमी चलकर पैदल कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे छात्र, नहीं मिले थे डीएम

इतना ही नहीं छात्रवृत्ति को नहीं मिलने से परेशान 200 से अधिक स्टूडेंट्स अगस्त में हाँथ में तिरंगा थामे 32 किमी चलकर पैदल झाबुआ कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे, लेकिन, कलेक्टर छात्रों से नहीं मिले, न ही किसी ने रास्ते में छात्रों को समझाने की कोशिश की. 32 किमी पैदल चलने से इन छात्रों के पैरों में छाले पड़ गए, कुछ की तबीयत खराब हुई तो उन्हें अस्पताल तक ले जाना पड़ा था. कलेक्टर की नजरअंदाजगी का ऐसे ही रवैया जनवरी में भी सामने आया था.

एक दिन पहले एसपी को सस्पेंड किया था

बता दें, इसके एक दिन पहले ही CM ने झाबुआ जिले के SP अरविंद तिवारी को सस्पेंड कर दिया था. दरअसल, SP ने रविवार रात मदद मांगने पर पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र से फोन पर गाली-गलौज की थी. सोमवार को इसी बातचीत का ऑडियो सामने आया, जिसके बाद सीएम ने वर्चुअल मीटिंग बुलाकर DGP को झाबुआ एसपी को हटाने के निर्देश देते हुए जांच के आदेश दिए थे. इसके ठीक बाद एसपी पर कार्रवाई करते हुए पुलिस मुख्यालय भोपाल भेज दिया गया, साथ ही निलंबित भी कर दिया गया है.

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