मध्यप्रदेश

रीवा लोकायुक्त की कार्रवाईः समान थाना टीआई व एसआई आए लपेटे में, एसपी बोले वॉइस ट्रैपिंग बनेगी आधार

Sanjay Patel
1 April 2023 9:04 AM GMT
रीवा लोकायुक्त की कार्रवाईः समान थाना टीआई व एसआई आए लपेटे में, एसपी बोले वॉइस ट्रैपिंग बनेगी आधार
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Rewa News: एमपी के रीवा जिले में खाकी वर्दी लगातार दागदार हो रही है। पूर्व में जहां यातायात सूबेदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त ने दबोचा तो वहीं शुक्रवार को समान थाना प्रभारी व एसआई लपेटे में आ गए।

Rewa Lokayukta Trap Sunil Gupta Ranu Verma News: एमपी के रीवा जिले में खाकी वर्दी लगातार दागदार हो रही है। पूर्व में जहां यातायात सूबेदार को रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त ने दबोचा तो वहीं शुक्रवार को समान थाना प्रभारी व एसआई लपेटे में आ गए। बताया गया है कि लोकायुक्त की टीम मौके पर पहुंच गई किंतु इसकी भनक समान थाना प्रभारी को लगने के कारण कार्यवाही असफल रही। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 संशोधन अधिनियम 2018 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपी बनाया है। लोकायुक्त के अधिकारी स्पेशल कोर्ट में आवेदन व वॉइस ट्रैपिंग को आधार बनाएंगे।

क्या है मामला

लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक नेहरू नगर में आवेदक सुखेन्द्र सिंह भदौरिया पुत्र दिनेश भदौरिया गेस्ट हाउस नाम से होटल संचालित करते हैं। मझगवां निवासी सुखेन्द्र सिंह से समान थाने की उपनिरीक्षक रानू वर्मा पिछले कई दिनों से रुपयों के लिए दबाव बनाया जा रहा था। रुपए नहीं देने पर परेशानी पैदा की जा रही थी। कहा जा रहा था कि समान थाना प्रभारी सुनील गुप्ता को हर हाल में पैसे चाहिए। समान थाना क्षेत्र में होटल एवं गेस्ट हाउस संचालन के लिए दोनों आरोपियों द्वारा 20 हजार रुपए प्रति माह की मांग शिकायतकर्ता से की थी।

थाने में रकम के साथ बुलाया था

लोकायुक्त की मानें तो आवेदक सुखेन्द्र सिंह भदौरिया को होटल व रेस्ट हाउस संचालित करते रहने की एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। 30 मार्च को रात 10 बजे थाने में आवेदक को रकम के साथ बुलाया गया था। किन्तु यह सूचना लीक हो गई। शिकायतकर्ता पर आरोपियों को शंका होने के कारण समान थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता थाने से बाहर चले गए। जबकि उप निरीक्षक रानू वर्मा अवकाश पर चली गईं। जिसके कारण लोकायुक्त ने असफल ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया। लोकायुक्त का कहना है कि स्पेशल कोर्ट में वॉइस ट्रैपिंग व आवेदन को आधार बनाया जाएगा। जिससे संभवतः अन्य आरोपियों की तरह इन्हें भी सजा मिलेगी।

टीम में यह रहे शामिल

लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ का कहना है कि अन्य दबिशों की तरह ही थाना प्रभारी सुनील गुप्ता और उप निरीक्षक रानू वर्मा को आरोपी बनाया जाएगा। दोनों फरार हैं। निलंबन के लिए पुलिस अधिकारी को पत्र लिखा जाएगा। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के दौरान निरीक्षक प्रमेन्द्र कुमार, डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार, डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक जियाउल हक, उप निरीक्षक ऋतुका शुक्ला, उप निरीक्षक आकांक्षा पाण्डेय व दो पंचसाक्षी सहित कुल 12 सदस्यीय दल शामिल रहा।

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