मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश में हुई अनोखी शादी, बैंड बाजे के साथ आई बारात और बेटी विदा होकर पहुंची मंदिर

मध्यप्रदेश में हुई अनोखी शादी, बैंड बाजे के साथ आई बारात और बेटी विदा होकर पहुंची मंदिर
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मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में अनोखी शादी देखने को मिली।

मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में अनोखी शादी देखने को मिली। अब इस शादी की चर्चा चारों ओर हो रही है। हो भी क्यों ना यह शादी आज के जमाने के लिए बिल्कुल हैरान कर देने वाली है। शायद आपने भी अपने जीवन काल में इस तरह की शादी के बारे में ना तो सुना होगा और न ही देखा होगा। धूमधाम के साथ बारात आई और बेटी विदा होकर अपने पति के साथ मंदिर पहुंच गई। लेकिन बाद में पिता और भाई उसे अपने घर बुला लाए।

पिता को मजबूरी में उठाना पड़ा कदम

जन्म के कुछ वर्षों बाद बेटी बीमार हुई तो वह अब ठीक नहीं हो रही। लाइलाज बीमारी ने उसे घेर रखा है। डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए। लेकिन हिंदू धर्म में विवाह एक बहुत महत्वपूर्ण संस्कार में से एक है। इस मान्यता को ध्यान में रखते हुए ग्वालियर जिले के मोहना निवासी शिशुपाल राठौर ने अपनी बेटी का विवाह करने का संकल्प किया।

कौन करेगा विवाह

शीशपाल राठौर के सामने अपनी बेटी के विवाह के लिए सबसे बड़ी समस्या यह थी कि उसके साथ विवाह कौन करेगा। बेटी लाइलाज बीमारी से ग्रसित है। चिंतन मंथन के बाद आखिरकार ऊपर वाले ने शिशुपाल को रास्ता सुझा दिया। अचानक ही उनके मन में विचार आया कि क्यों ना बेटी सोनल का विवाह भगवान श्री कृष्ण से करवा दिया जाए।

फिर क्या था शीशपाल राठौड़ ने इस विवाह के संबंध में जानकारों से राय ली और अपना कदम बढ़ा दिया। भगवान के मंदिर में जाकर संकल्प लिया और भगवान से अनुमति लेकर शादी की तैयारी में जुट गए। पूरे विधि विधान से शादी करने का संकल्प। कार्ड छपाए गए रिश्तेदारों को नेवता भेजा गया। और फिर धूमधाम से विवाह हुआ।

बेटी को है लाइलाज बीमारी

शिशुपाल राठौर बताते हैं कि उनकी बेटी ब्रेन नर्व डिसऑर्डर जैसी लाइलाज बीमारी से जूझ रही है। उनके दो बेटी और हैं। सोनल इस समय 26 वर्ष की है। इस बीमारी से ग्रसित होने की वजह से वह पूरी तरह से बेड रेस्ट पर है।

विधि विधान से हुआ विवाह

सोनल का विवाह भी पूरे विधि विधान के साथ संपन्न हुआ भाई पिता बुआ सभी ने अपने अपने हिस्से के रस्म को बखूबी निभाया। भगवान श्री कृष्ण से विवाह हो जाने के बाद माता पिता कहते हैं कि भगवान कृष्ण ही उसका सहारा है। भगवान श्री कृष्ण उस पर जैसी कृपा करेंगे वैसे ही उसका भविष्य निर्धारित होगा।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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