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मिल गए दो पुराने दोस्त, सीएम और सीएम पद के उम्मीदवार ने एक दूसरे को लगाया गले, जानिए क्या था कारण...
भोपाल। कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान की दोस्ती को कौन नहीं जानता। जब कमलनाथ बतौर लोकसभा प्रत्याशी छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहे थे तो शिवराज सिंह ने उनके हराने की कोई खास कोशिश नहीं की। छिंदवाड़ा में भाजपा की गुटबाजी सब जानते हैं। 15 साल में उसे मिटाने की कोई कोशिश नहीं की गई और व्यापमं घोटाले में शिवराज सिंह को कमलनाथ का सहयोग भी अब किसी से छुपा नहीं है। 'मिशन सीएम' के चलते कमलनाथ पिछले कुछ दिनों में शिवराज सिंह पर हमले करने लगे हैं परंतु दोस्ती अब भी बरकरार है। दोनों के चेहरों पर वही पुरानी मुस्कान एक बार फिर दिखाई दी। अवसर था राजधानी भोपाल में ईदगाह पर आयोजित कार्यक्रम का।
आत्मीय प्रेम नजर आया दोनों के बीच भोपाल में ईदगाह पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पीसीसी चीफ कमलनाथ साथ बैठकर हंसी मज़ाक़ करते दिखाई दिए। दोनों ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी और प्रदेश के लोगों को भी ईद की बधाई दी| इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज, कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, महापौर आलोक शर्मा, कैलाश मिश्रा आदि नेता ईदगाह पहुंचे और मुस्लिम भाइयों को ईद की बधाई शुभकामनाएं दी। राजनितिक प्रतिद्वंदिता भुलाकर आज सभी नेता एक साथ दिखाई दिए।
दोनों के बीच हुईं गुपचुप बातें सामान्यत: सार्वजनिक अवसरों पर राजनीति के 2 प्रतिद्वंदी एक दूसरे को शुभकामनाएं देते दिख जाते हैं परंतु यहां नजारा कुछ और ही था। दोनों पास पास बैठे थे और काफी देर तक दोनों के बीच गुपचुप बातें भी चलतीं रहीं। शायद कुछ पुरानी यादें ताजा हुईं, कुछ नई योजनाएं भी बनीं। लोग जानना चाहते हैं कि दोनों एक दूसरे के कान में क्या फुसफुसा रहे थे।
बता दें कि पिछले दिनों कमलनाथ ने शिवराज सिंह को 'नालायक' भी बताया था परंतु शिवराज सिंह ने उनका कोई जवाब नहीं दिया। आम आदमी पार्टी ने एक प्रेस मीटिंग में आरोप लगाया था कि शिवराज सिंह ने कमलनाथ के संपर्क वाली कंपनी को बिजली का ऐसा काम दिया जिसमें मप्र के सरकारी खजाने को हजारों करोड़ का नुक्सान हुआ और कंपनी को फायदा। इस मामले में दोनों ने कोई बयान नहीं दिया था।