मध्यप्रदेश

रीवा: आखिर ऐसा क्या हुआ कि अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के 25 गांव के ग्रामीणो में व्याप्त हो गया आक्रोश, जानिए पूरी खबर

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:34 AM GMT
रीवा: आखिर ऐसा क्या हुआ कि अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के 25 गांव के ग्रामीणो में व्याप्त हो गया आक्रोश, जानिए पूरी खबर
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रीवा: आखिर ऐसा क्या हुआ कि अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के 25 गांव के ग्रामीणो में व्याप्त हो गया आक्रोश, जानिए पूरी खबर रीवा। अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के

रीवा: आखिर ऐसा क्या हुआ कि अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के 25 गांव के ग्रामीणो में व्याप्त हो गया आक्रोश, जानिए पूरी खबर

रीवा। अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री के खिलाफ जनाक्रोश अब और तेज होता जा रहा है। जेपी एसोसिएट्स ने जिस अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड को बेला प्लांट बेचा है, वही कंपनी जन समुदाय के लिए नासूर से गंभीर समस्या बन गई है।

बैजनाथ बेला से टीआरडी गेट यानी एजुकेशन हब तक पहुंचने वाली 06 किलोमीटर वाली सड़क को 32 साल बाद अवरुद्ध करने का काम किया गया है। सड़क पर खाई का निर्माण कराते हुए अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड गुंडागर्दी पर उतारू है। पच्चीस गांवों में रहने वाले हजारों लोगों के लिए अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड ने सड़क अवरुद्ध कर सबसे बड़ी समस्या निर्मित कर दी है।

प्रशासन को कराया गया अवगत

मंगलवार को कांग्रेस के मंडल अध्यक्ष प्रदीप त्रिपाठी के साथ सैकड़ों ग्रामीण कलेक्टर इलैयाराजाराजा टी से मुलाकात करके बेलगाम अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के प्रबंधन की गुंडागर्दी से अवगत कराए है। कांग्रेस नेता ने कहा कि अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड ने सालों पुरानी आरसीसी सड़क को बंद कर हजारों लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।

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फैक्ट्री के निर्णय से 22 किमी का ग्रामीण लगा रहे चक्कर

बताया जा रहा है कि पूर्व में फैक्ट्री का संचालन करने वाले जेपी ग्रुप ने ग्रामीणो के लिए जिस सड़क का निर्माण कराया था उस सड़क को वर्तमान अल्ट्राटेक प्रबधंन ने तोड़वा दिए है। जिससे छात्र सहित नौकरी पेशा लोग एवं ग्रामीण पिछले चार माह से 06 किलोमीटर का सफर 22 किलोमीटर की परिक्रमा करके पूरी कर रहे है। इससे हजारों लोगों को एक झटके में परेशानी की सौगात अल्ट्राटेक सीमेंट प्रबंधन के द्वारा दे दिए गया।

परेशान है कम्पनी के कर्मचारी

जेपी से सीमेंट प्लांट हैंड ओवर होने के साथ ही अल्ट्राटेक की अफसरशाही का चाबुक कर्मचारियों के लिए पीड़ादायक हो गया। सीमेंट प्लांट में काम करने वाले स्थानीय कर्मचारियों को जबरिया बीआरएस दिलाने का काम अल्ट्राटेक सीमेंट प्रबंधन कर रहा है।

बनाया गया था शिक्षा का हब

जेपी एसोसिएट्स ने 100 एकड़ जमीन पर एजुकेशन हब बना कर सामाजिक कार्य किया था। इस एजुकेशन हब में पालीटेक्निक कालेज, जेपी आईटीआई, जेपी बीएड कालेज, सरदार पटेल स्कूल, जय ज्योति सीनियर, आईटीआई ट्रेनिंग सेंटर, टेक्नीकल ट्रेनिंग सेंटर सहित बीस अन्य प्राईवेट स्कूलों का संचालन होता है। जेपी एसोसिएट्स ने 25 गांवों को गोद लेकर वहां पर बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया है। वहीं अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड को समाजसेवा जैसे कार्यों से कोई मतलब नहीं है।

मांइस का दिए गया है हवाला

06 किलोमीटर की सड़क को बंद करने के पीछे फैक्ट्री प्रबंधन ने माइंस का हवाला दिया है। जबकि भोलगढ, बैजनाथ, महिदल, खमहरिया, सोनरा, हिनौती, नरौरा, मधेपुर, छिजवार सहित अन्य गांवों से लगी 474 हेक्टेयर जमीन की लीज जेपी एसोसिएट्स को बहुत पहले ही आवंटित की गई थी। इसके बाद भी जेपी सीमेंट ने हजारों ग्रामीणों को स्वयं आरसीसी सड़क सौगात सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए दिए था।

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