मैहर

MP में अब 55 जिले हुए, पांढुर्ना 54वां व मैहर 55वां जिला बना: रानी बाटड मैहर कलेक्टर, सुधीर अग्रवाल एसपी होंगे; अजयदेव को पांढुर्ना कलेक्टर, राजेश त्रिपाठी को SP बनाया गया

MP में अब 55 जिले हुए, पांढुर्ना 54वां व मैहर 55वां जिला बना: रानी बाटड मैहर कलेक्टर, सुधीर अग्रवाल एसपी होंगे; अजयदेव को पांढुर्ना कलेक्टर, राजेश त्रिपाठी को SP बनाया गया
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नवगठित जिलों मैहर व पांढुर्ना को अस्तित्व में लाने में करीब 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

नवगठित जिलों मैहर व पांढुर्ना को अस्तित्व में लाने में करीब 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नए कलेक्ट्रेट, नया एसपी ऑफिस बनाना होगा।

सतना. मध्य प्रदेश अब 55 जिलों का हो गया है. कैबिनेट से अनुमोदन के बाद राजस्व विभाग ने गुरुवार सुबह पांढुर्ना को 54वां और मैहर को 55वां जिले बनाने का आदेश जारी कर दिया. छिंदवाड़ा से टूटकर बने पांढुर्ना जिले में दो तहसील और सतना से अलग होकर बने मैहर में तीन तहसील होंगी. रानी बाटड को मैहर और अजयदेव शर्मा को पांढुर्ना का पहला कलेक्टर बनाया. नागदा को जिला बनाने की घोषणा की गई है, लेकिन स्थानीय विरोध ने इसे फिलहाल अटका दिया है. इस चुनावी मौसम में सरकार ने 3 नए जिले गठित किए हैं.

पांढुर्ना जिले के पहले कलेक्टर-एसपी

रानी बाटड छिंदवाड़ा से विभाजित होकर बने नए जिले पांढुर्ना की पहली कलेक्टर होंगी. जबकि राजेश कुमार त्रिपाठी एसपी होंगे.

मैहर जिले के पहले कलेक्टर-एसपी

अजयदेव शर्मा सतना से विभाजित होकर बने नए जिले मैहर के पहले कलेक्टर होंगे. जबकि सुधीर कुमार अग्रवाल मैहर पुलिस अधीक्षक होंगे.

ऐसा होगा पांढुर्ना जिला

पांढुर्ना जिले में पांढुर्ना तहसील के 74 हल्के तथा सौंसर तहसील के 63 हल्के शामिल रहेंगे. 3,10,472 जनसंख्या वाले पांढुर्ना जिला की सीमा पूर्व में छिंदवाड़ा और नागपुर, पश्चिम में बैतूल, दक्षिण में अमरावती और नागपुर और उत्तर में छिंदवाड़ा होगी.

राजनीतिक : पांढुर्ना में सौंसर और पांढुर्ना विस क्षेत्र होंगे. लोकसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा जिले में ही आएगा.

ऐसा है मैहर जिला

मैहर जिले में मैहर, अमरपाटन और रामनगर तहसीलें, 654 ग्राम, 234 पटवारी हल्के और 13 आरआइ सर्किल हैं. जिले का क्षेत्रफल 221850 हेक्टेयर है. 7,42,901 जनसंख्या वाले जिले में 245 ग्राम पंचायतें, 1 नगर पालिका मैहर और दो नगर परिषद अमरपाटन व रामनगर हैं.

राजनीतिक : दो विधानसभा क्षेत्र मैहर और अमरपाटन हैं. लोकसभा क्षेत्र सतना जिले में ही आएगा.

व्यवस्थाओं पर खर्च होंगे करीब 300 करोड़

दोनों जिलों को अस्तित्व में लाने में करीब 300 करोड़ रुपए खर्च होंगे. नए कलेक्ट्रेट, नया एसपी ऑफिस बनाना होगा. साथ ही काफी संख्या में कर्मचारी निवास भी बनाने होंगे. सरकारी ऑफिसों में फर्नीचर से लेकर अन्य व्यवस्थाएं भी जुटानी होंगी.

रीवा संभाग के सांसदों का अनोखा संयोग

सतना और रीवा जिले के विभाजन के पहले इन जिलों के सांसद के हिस्से में एक जिला आता था, लेकिन अब रीवा संभाग के तीनों सांसदों के हिस्से में दो-दो जिले आएंगे. सतना लोकसभा में दो जिले सतना और मैहर, रीवा में दो जिले रीवा और मऊगंज तथा सीधी लोकसभा में सीधी और सिंगरौली जिले आएंगे.

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