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कौन थीं अहिल्याबाई होल्कर: महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का नाम बदलकर अहिल्यानगर कर दिया गया

कौन थीं अहिल्याबाई होल्कर: महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का नाम बदलकर अहिल्यानगर कर दिया गया
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Story Of Ahilyabai Holkar In Hindi: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की जनता अहिल्या देवी (Ahilya Devi) को भगवान की तरह पूजती है

अहिल्याबाई होल्कर की कहानी: महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने राज्य के अहमदनगर (Ahmednagar) जिले का नाम बदलकर अहिल्यनगर (Ahilyanagar) करने की घोषणा की है. सीएम शिंदे ने यह एलान अहमदनगर के चौड़ी गांव में एक कार्यक्रम के दौरान की है. दरअसल एकनाथ शिंदे अहिल्याबाई होल्कर (Ahilyabai Holkar) की 298वीं जयंती के दिन उनके जन्मस्थान चौड़ी गांव गए थे. इस दौरान महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी थे.

अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्याबाई नगर करने का एलान करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा-

‘अहिल्या देवी के पिता का सरनेम भी शिंदे था और मैं भी शिंदे हूं. सभी की मांग है. हम अहिल्या देवी के आदर्श को अपनी आंखों के सामने रखकर काम करते हैं. इसलिए, अहमदनगर का नाम जल्द ही अहिल्यानगर किया जाएगा. राज्य सरकार ने यह फैसला किया है. यह हमारा सौभाग्य है कि नाम बदलने का फैसला हमारे कार्यकाल में लिया जा रहा है. अहिल्यादेवी का काम हिमालय जितना विशाल है. इसलिए, राज्य सरकार ने अहमदनगर का नाम बदलने का फैसला किया है.’

अहिल्याबाई होल्कर की जीवनी

Biography Of Ahilyabai Holkar In Hindi: अहिल्या देवी का जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के चौड़ी गांव में हुआ था. जब वो 12 वर्ष की थीं तब उनका विवाह इंदौर के होल्कर वंश के खांडेराव होल्कर से हुआ था. 1754 में खांडेराव होल्कर युद्ध लड़ते हुए मारे गए थे जिसके बाद होल्कर साम्राज्य की कमान अहिल्याबाई होल्कर के हाथ में आ गई थी.

देवी अहिल्याबाई अपनी प्रजा की रक्षा और उनके हित के लिए जानी जाती थीं. उन्होंने अपने राज्य और राज्य की सीमांओं से बाहर कई प्रसिद्द तीर्थस्थल बनवाए थे. उन्होंने कई जगहों में कुए, बाबड़ी, तालाब, मंदिर, का निर्माण किया था. गरीबों के लिए लंगर और प्यासों के लिए प्याऊ शुरू किए थे. वाराणसी में जब औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़ दिया था तब मंदिर का पुनर्निर्माण अहिल्याबाई देवी ने 1780 में करवाया था.



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