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सुबह उठते ही बेचैनी, डर या घबराहट? हो सकती है Morning Anxiety

सुबह उठते ही बेचैनी, डर या घबराहट: मॉर्निंग एंग्जायटी के कारण और उपाय
मॉर्निंग एंग्जायटी क्या है?
सुबह उठते ही अगर दिल की धड़कन तेज़ हो जाए, मन में अनजाना डर या बेचैनी महसूस हो, तो इसे सामान्य मत समझिए। यह मॉर्निंग एंग्जायटी यानी सुबह की चिंता हो सकती है। यह मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या है, जिसमें दिन की शुरुआत ही तनाव और घबराहट के साथ होती है।
मॉर्निंग एंग्जायटी के कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह के समय शरीर में कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन का स्तर अधिक हो जाता है। यह हार्मोन तनाव को बढ़ाता है। इसके अलावा, खराब नींद, देर रात तक मोबाइल चलाना, कैफीन या शराब का अधिक सेवन, अधूरे कार्यों की चिंता और जीवनशैली से जुड़ी समस्याएं भी इसके प्रमुख कारण हैं।
मुख्य लक्षण
- सुबह उठते ही घबराहट महसूस होना
- दिल की धड़कन तेज़ होना
- हाथ-पैर कांपना
- उलझन या उल्टी जैसा महसूस होना
- सिर भारी लगना
- अनजाना डर लगना
- सांस लेने में कठिनाई
- लगातार नकारात्मक विचार आना
कैसे करें मॉर्निंग एंग्जायटी का इलाज?
मॉर्निंग एंग्जायटी का इलाज संभव है। इसके लिए जरूरी है अपनी दिनचर्या को सुधारना और माइंडफुलनेस तकनीकों को अपनाना।
1. गहरी सांसें लें
सुबह उठते ही कुछ देर गहरी सांसें लें। इससे शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है और मन शांत होता है।
2. ध्यान और योग करें
ध्यान (Meditation) और हल्के योग से मानसिक संतुलन बेहतर होता है और तनाव कम होता है।
3. डिजिटल डिवाइस से दूरी बनाएं
उठते ही फोन या लैपटॉप न चेक करें। पहले खुद को समय दें और सकारात्मक सोच के साथ दिन की शुरुआत करें।
4. बेहतर नींद लें
रात में समय पर सोना और 7-8 घंटे की गहरी नींद लेना जरूरी है ताकि शरीर और दिमाग पूरी तरह आराम कर सकें।
5. हेल्दी डाइट लें
प्रोटीन और फाइबर से भरपूर हल्का नाश्ता करें। कैफीन और शुगर का सेवन सीमित करें।
6. पेशेवर मदद लें
अगर समस्या गंभीर हो जाए तो किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें। काउंसलिंग और CBT (Cognitive Behavioral Therapy) बेहद प्रभावी उपाय हैं।
सुबह की दिनचर्या को कैसे बेहतर बनाएं?
सुबह का पहला घंटा खुद के लिए रखें। खिड़की खोलें, ताज़ी हवा लें, हल्का वॉक करें या संगीत सुनें। अपने दिन की योजना बनाएं और 3 पॉजिटिव बातें नोट करें। इससे मन में ऊर्जा और संतुलन बना रहेगा।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर आपकी घबराहट रोज़मर्रा के कामों में बाधा बन रही है, ऑफिस या स्कूल जाना मुश्किल हो रहा है या लगातार नकारात्मक विचार परेशान कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
निष्कर्ष
मॉर्निंग एंग्जायटी कोई लाइलाज समस्या नहीं है। सही जीवनशैली, सकारात्मक सोच और समय पर इलाज से इसे दूर किया जा सकता है। मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना उतना ही जरूरी है जितना शारीरिक सेहत का।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह के इलाज या दवा के लिए डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।




