लाइफस्टाइल

CORONAVIRUS से लड़ने में मददगार है, ये 8 चीज़े डाइट में जरूर शामिल करें

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:21 AM GMT
CORONAVIRUS से लड़ने में मददगार है, ये 8 चीज़े डाइट में जरूर शामिल करें
x
CORONAVIRUS से लड़ने में मददगार है, ये 8 चीज़े डाइट में जरूर शामिल करेंकई रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा चुका है कि की चपेट
CORONAVIRUS से लड़ने में मददगार है, ये 8 चीज़े डाइट में जरूर शामिल करें कई रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा चुका है कि CORONAVIRUS की चपेट में वो लोग भी आसानी से आ रहे हैं जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इम्यूनिटी का सीधा संबंध सही खान-पान से है. हेल्दी डाइट से शरीर का इम्यून सिस्टम बढ़ता है. हालांकि अब तक कोई ऐसी रिसर्च सामने नहीं आई है जिससे यह पता चले कि कोई खास फूड आइटम कोरोना से लड़ने में मददगार है.

ATM, Bank, LPG, Pension, SBI से जुड़े काम पर हुआ बदलाव, तुरंत पढ़िए

वहीं पिछली कुछ स्टडीज में यह पाया गया है कि कुछ खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और शरीर में अन्य आक्रामक वायरस से लड़ने की क्षमता को मजबूत करते हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो हर किसी को इस समय अपनी डाइट में कुछ खास चीजें जरूर शामिल करनी चाहिए. आइए जानते हैं क्या हैं वो चीजें.
लाल शिमला मिर्च- लाल शिमला मिर्च में सबसे ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है. अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, एक कप कटी हुई लाल शिमला मिर्च में लगभग 211 फीसदी विटामिन C होता है, जो कि संतरे में पाए जाने वाले विटामिन C का दोगुना होता है. 2017 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार विटामिन सी शरीर में उन कोशिकाओं को मजबूत करता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. साथ ही यह श्वसन संक्रमण के खतरे को भी कम करता है.

आज कोरोना के ही जैसे 1918 में भी लाचार थी दुनिया, हुई थी करोड़ों मौतें

ब्रोकली-

ब्रोकली भी विटामिन सी से भरपूर होती है. आधे कप ब्रोकली में 43 फीसदी विटामिन सी होता है. National Institutes of Health के अनुसार आपके शरीर को रोजाना इतने ही विटामिन C की जरूरत होती है. अमेरिका के EHE Health में फिजिशियन डॉक्टर सीमा सरीन का कहना है, 'ब्रोकोली फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है. इसमें विटामिन E भी होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और ये बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करता है.

चने-

चने में बहुत सारा प्रोटीन होता है. इसमें अमीनो एसिड से बना आवश्यक पोषक तत्व पाया जाता है जो शरीर के ऊतकों को बढ़ने और मजबूत करने में मदद करता है. Academy of Nutrition and Dietetics के अनुसार, यह एंजाइमों को सही ढंग से बनाए रखता है ताकि हमारे शरीर का सिस्टम ठीक से काम कर सके. डाइटिशियन एमिली वंडर का कहना है कि चने में प्रचुर मात्रा में जिंक पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम और इम्यून रिस्पॉन्स को नियंत्रित करता है.

स्ट्रॉबेरी-

डाइटिशियन एमिली वंडर का कहना है कि एक दिन के विटामिन C की जरूरत को पूरा करने के लिए आधा कप स्ट्रॉबेरी काफी है क्योंकि आधे कप स्ट्रॉबेरी में 50 फीसदी विटामिन C पाया जाता है. एमिली कहती हैं, 'पर्यावरण की वजह से हमारे कोशिकाओं को कई तरीके से नुकसान पहुंचता है और विटामिन C इन्हें क्षतिग्रस्त होने से बचाता है.'

लहसुन-

डॉक्टर सीमा सरीन का कहना है, 'लहसुन खाने में स्वाद तो बढ़ाता ही है, यह सेहत के लिए भी कई तरीके से फायदेमंद है, जैसे ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़े खतरों को कम करना. लहसुन में पाये जाने वाले सल्फर यौगिक की वजह से यह संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है. इसके अलावा ये इम्यूनिटी भी बढ़ाता है. लहसुन शरीर को सर्दी-खांसी से भी बचाता है.

मशरूम-

एमिली वंडर का कहना का कहना है कि विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की किरणें ही हैं लेकिन यह मशरूम सहित कुछ खास खाद्य पदार्थों के जरिए भी पाया जा सकता है. 2018 में विटामिन डी स्रोत के रूप में मशरूम के उपयोग पर एक समीक्षा की गई थी. इसमें पाया गया कि मशरूम कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जो हड्डियों के लिए अच्छा है.

पालक-

डॉक्टर सरीन कहती हैं, 'पालक विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है जो पर्यावरण से होने वाले नुकसान से हमारी कोशिकाओं को बचाता है. इसके अलावा, इसमें बीटा कैरोटीन पाया जाता है, जो विटामिन A का मुख्य स्रोत है. विटामिन A इम्यून फंक्शन को सही ढंग से चलाने के लिए जरूरी होता है. ब्रोकली की तरह ही पालक को भी कच्चा या थोड़ा ही पकाया जाना अच्छा माना जाता है.

योगर्ट-

योगर्ट प्रोबायोटिक्स का सबसे अच्छा स्रोत है. डॉक्टर सरीन के अनुसार यह अच्छा बैक्टीरिया होता है, जो इम्यून सिस्टम और पाचन तंत्र को सही रखता है. हाल ही में हुए कुछ अध्ययनों में भी प्रोबायोटिक्स को सामान्य सर्दी और इन्फ्लूएंजा जैसे श्वसन संक्रमण से लड़ने में प्रभावी पाया गया है. डॉक्टर सरीन फ्लेवर्ड की बजाय सादा योगर्ट खाने की सलाह देती हैं.
ख़बरों की अपडेट्स पाने के लिए हमसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी जुड़ें: Facebook, Twitter, WhatsApp, Telegram, Google News, Instagram
Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story