इंदौर

DAVV के पूर्व कुलपति बेटा-बहू से प्रताड़ित: जनसुनवाई में बेटी-पत्नी के साथ पहुंचे, इंदौर कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार

DAVV के पूर्व कुलपति बेटा-बहू से प्रताड़ित: जनसुनवाई में बेटी-पत्नी के साथ पहुंचे, इंदौर कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार
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इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. नरेंद्र धाकड़ अपनी पत्नी और बेटी के साथ जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने कलेक्टर को बताया कि बेटा और बहू संपत्ति के लिए उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं।
  • पूर्व कुलपति प्रो. नरेंद्र धाकड़ पत्नी और बेटी के साथ जनसुनवाई में पहुंचे।
  • उन्होंने आरोप लगाया कि बेटा अमित धाकड़ और बहू दीप्ति संपत्ति के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं।
  • कलेक्टर शिवम वर्मा ने धाकड़ दंपती को सुरक्षा और मानसिक शांति का भरोसा दिया।
  • धाकड़ बोले – बेटे ने फैक्ट्री और जमीन धोखे से अपने नाम करा ली।

इंदौर (मध्यप्रदेश) – देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) के पूर्व कुलपति और वरिष्ठ शिक्षाविद् प्रो. नरेंद्र धाकड़ मंगलवार को अपनी वृद्ध पत्नी अंजना धाकड़ और बेटी के साथ जनसुनवाई में पहुंचे। 77 वर्षीय प्रो. धाकड़ ने कलेक्टर शिवम वर्मा को शिकायत दी कि उनका बेटा अमित धाकड़ और बहू दीप्ति संपत्ति के लिए उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बेटे ने कई बार मारपीट की, मोबाइल छीन लिया और कमरे में बंद तक कर दिया। यह सुनकर जनसुनवाई में मौजूद अधिकारी भी हैरान रह गए।

कलेक्टर से मांगी सुरक्षा, बोले – बेटे ने किया अन्याय

प्रो. धाकड़ और उनकी पत्नी ने कलेक्टर को बताया कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी शिक्षा, समाजसेवा और संस्कारों को समर्पित की, लेकिन अब अपने ही बेटे और बहू के अत्याचार से तंग आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि बेटा और बहू उन्हें “मानसिक रूप से अस्थिर” साबित करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि संपत्ति पर कब्जा कर सकें। कलेक्टर ने दोनों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन उनकी सुरक्षा और मानसिक शांति सुनिश्चित करेगा।

फैक्ट्री बेटे को दी, पर नहीं संभाल सका कारोबार

प्रो. धाकड़ ने बताया कि उन्होंने बेटे अमित को सांवेर रोड स्थित ट्रांसफार्मर फैक्ट्री सौंप दी थी, जो पहले उनकी पत्नी और बेटे के संयुक्त संचालन में चल रही थी। लेकिन अमित इसे संभाल नहीं सका, और आज यह केवल नाम मात्र के लिए चल रही है। धाकड़ दंपती ने कहा कि बेटे को बार-बार समझाने के बावजूद उसने न तो फैक्ट्री सुधारी, न परिवार का सम्मान बनाए रखा।

धोखे से जमीन अपने नाम कराई

पूर्व कुलपति ने कलेक्टर को बताया कि अमित और उसकी पत्नी ने फैक्ट्री के पावर कनेक्शन के बहाने ग्राम खत्रीखेड़ी स्थित जमीन का दान पत्र धोखे से अपने नाम करा लिया। प्रो. धाकड़ ने कहा – “हमें इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब बेटे ने खुद बहस के दौरान यह स्वीकार किया।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बेटा-बहू उन्हें जबरन दवाइयां खिलाकर मानसिक रूप से अस्थिर साबित करने की साजिश कर रहे हैं।

कॉलेज पर कब्जे की कोशिश का आरोप

2006 में प्रो. धाकड़ ने जैन दिवाकर कॉलेज की स्थापना की थी। यह कॉलेज 5 एकड़ भूमि पर बना है, जिसके लिए उन्होंने ₹9.90 करोड़ का कर्ज लिया था। कॉलेज के संचालन के लिए उन्होंने जैन दिवाकर विद्या प्रचारिणी समिति बनाई, जिसके वे चेयरपर्सन हैं। उन्होंने बताया कि बेटा अमित समिति में कोषाध्यक्ष है और बहू दीप्ति के पिता अध्यक्ष हैं। प्रो. धाकड़ ने कहा – “अब अमित कॉलेज पर कब्जा करना चाहता है और मुझे संस्था से बाहर करने की कोशिश कर रहा है।”

कलेक्टर ने दी कार्यवाही का भरोसा

कलेक्टर शिवम वर्मा ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्रो. धाकड़ दंपती की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है और यदि आवश्यक हुआ तो प्रशासन कानूनी कार्रवाई करेगा।

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