इंदौर

डीएवीवी इंदौर का अक्टूबर में जारी हुआ रिजल्ट, अब तक यूजी फर्स्ट ईयर के छात्रों को नहीं मिली मार्कशीट

Sanjay Patel
23 Dec 2022 9:14 AM GMT
डीएवीवी इंदौर का अक्टूबर में जारी हुआ रिजल्ट, अब तक यूजी फर्स्ट ईयर के छात्रों को नहीं मिली मार्कशीट
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देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर ने स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों का परीक्षा का परिणाम अक्टूबर माह में जारी कर दिया था। किन्तु अब तक छात्रों को अंकसूचियां नहीं उपलब्ध करवाई गई हैं।

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर में स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों की परीक्षा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत करवाई गईं। इस परीक्षा का परिणाम भी अक्टूबर माह में जारी कर दिया गया था। किन्तु अब तक छात्रों को डीएवीवी द्वारा अंकसूचियां नहीं उपलब्ध करवाई गई हैं। जिसके कारण छात्रों की परेशानियां भी बढ़ने लगी हैं।

यह आ रही समस्या

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत छात्रों के मार्कशीट में अब अंकों की बजाय उन्हें ग्रेड दी जाएगी। इसके लिए मार्कशीट का नया प्रारूप अनुसार सॉफ्टवेयर भी तैयार हो चुका है। किन्तु अभी तक इसकी प्रिंटिंग प्रारंभ नहीं हुई है। सूत्रों का कहना है कि अंकसूची के कागज को लेकर भी संकट है जो विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। माइग्रेशन लेने वाले छात्रों को भी कम्प्यूटराइज्ड या ऑनलाइन मार्कशीट को प्राचार्यों से सत्यापित करवाना पड़ रहा है। इस प्रक्रिया में भी छात्रों का भी समय बर्बाद हो रहा है।

जून से लेकर अगस्त तक हुई थी परीक्षाएं

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 2020-21 सत्र के लिए बीए, बीकाम और बीएससी के छात्रों की परीक्षाएं जून से लेकर अगस्त माह के मध्य कराई गई थीं। जिनका रिजल्ट भी अक्टूबर माह में जारी कर दिया गया था। इस दौरान डीएवीवी का नया सॉफ्टवेयर भी बनकर तैयार हुआ जिसमें छात्रों को ग्रेडिंग मिलनी थी। किन्तु तीन महीना बीत जाने के बाद भी विद्यार्थियों को अब तक मार्कशीट नहीं मिल पाई है। सेकंड ईयर में प्रवेश लेने व कई छात्र विश्वविद्यालय तक बदल रहे हैं उसके लिए उन्हें माइग्रेशन की बनवाना पड़ रहा है। ऐसे में छात्रों को मार्कशीट की आवश्यकता पड़ती है किन्तु वह परेशान हो रहे हैं। हालांकि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने नए वर्ष से मार्कशीट जारी करने की बात कही है।

इनका कहना है

डीएवीवी की कुलपति डॉ. रेणु जैन के मुताबिक विद्यार्थियों की समस्या को देखते हुए फिलहाल कम्प्युटराइज्ड मार्कशीट को मान्य करते हुए अधिकारियों को माइग्रेशन बनाने के निर्देश दिए गए हैं। विश्वविद्यालय द्वारा 80 हजार छात्रों को मार्कशीट दी जानी है। वहीं उपकुलसचिव रचना ठाकुर का कहना है कि विश्वविद्यालय ने इसके लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है जल्द ही विद्यार्थियों को मार्कशीट जारी की जाएंगी।

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