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Work from home की वजह से बढ़ा लोगों में स्ट्रोक का खतरा, जाने बचाव के उपाय

Work from home की वजह से बढ़ा लोगों में स्ट्रोक का खतरा, जाने बचाव के उपाय
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लंबे समय तक बैठे रहने के कारण लोगों में शारीरिक निष्क्रियता और मोटापे की समस्या देखी जा रही है।

लगभग 3 साल हो चुके हैं लोगों को वर्क फ्रॉम होम (Work from home) करते-करते लंबे समय तक अपने पीसी के आगे बैठे रहने से समस्याएं झेलनी पड़ती है। लंबे समय तक बैठे रहने के कारण लोगों में शारीरिक निष्क्रियता, मेटाबॉलिज्म से संबंधित समस्या और मोटापे की समस्या देखी जा रही है। एक अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है कि work from home के कारण लोगों में स्ट्रोक का खतरा काफी ज्यादा बढ़ चुका है। आइए जाने विस्तार से;

सेडेंटरी लाइफस्टाइल के कारण बढ़ चुके हैं जोखिम (Sedentary lifestyle has increased the risk)



सेडेंटरी लाइफस्टाइल (Sedentary lifestyle) जिसका अर्थ है गतिहीन जीवनशैली। एक्सपर्ट्स द्वारा किए गए अध्ययन में इस बात को खुलासा हुआ कि गतिहीन लाइफस्टाइल के कारण शरीर में रक्त प्रवाह, ग्लूकोज, लिपिड मेटॉबॉलिज्म और शरीर में सूजन से संबंधित परेशानियां बढ़ जाती हैं। जिसके कारण शरीर की रक्त वाहिकाओं पर निगेटिव इंपैक्ट पड़ता है और दिल का दौरा और ब्रेन स्ट्रोक (Heart attack and Brain stroke) होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ सकता है। क्योंकि जो लोग घर से काम कर रहे हैं उनकी शारीरिक निष्क्रियता ज्यादा होती है अपेक्षाकृत ऑफिस से काम करने वाले लोगों के, इसलिए उनके लिए ये खतरा ज्यादा है।

निष्क्रिय रहने के गंभीर दुष्परिणाम (Serious consequences of being inactive)



जो लोग वर्क फ्रॉम होम करते है वो फिजिकली इनेक्टिव (Physically inactive) रहते हैं। एक ही जगह पर दिन में आठ घंटे से भी ज्यादा समय तक बैठे रहने से स्ट्रोक (Stroke) का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।

वर्क फ्रॉम होम जरूर करें, लेकिन रोजाना व्यायाम भी करें, अपने लिए थोड़ा सा समय निकाले और एक्सरसाइज (Excercise) करें। आप चाहे तो योगा का सहारा भी ले सकते हैं। आप एक स्वस्थ लाइफस्टाइल (Healthy lifestyle) अपनाएं, जिससे आपको इन सब समस्याओं का सामना ना करना पड़े।

Shailja Mishra | रीवा रियासत

Shailja Mishra | रीवा रियासत

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