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Snoring problem : खर्राटो को नजरअंदाज करना हो सकता है खतरनाक

Snoring problem : खर्राटो को नजरअंदाज करना हो सकता है खतरनाक
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खर्राटों की आवाज नींद खराब करने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालते हैं.

Snoring problem : खर्राटे (Snoring) नींद में लगभग सभी को आते है सोते वक्त सांसो की तेज आवाज आना खर्राटा कहलाता है. खर्राटों के समय जो आवाज आती है वह नाक एवं मुंह से आती है, जो कभी भी शुरू हो जाती है और बंद हो जाती हैं खर्राटों की आवाज सांस को अंदर लेने के कारण आती है। जो अच्छी नींद का प्रतीक माना जाता हैं जो लोग खर्राटे लेते हैं उन्हें पता ही नहीं होता है कि वह खर्राटे लेते हैं क्योंकि उन्हें इस बात का पता ही नहीं चलता है कि वह खर्राटे (Snoring) लेते हैं। कई बार खर्राटों की आवाज इतनी अधिक होती है, कि खुद की ही नींद टूट जाती है। खर्राटों (Snoring) की आवाज नींद खराब करने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालते हैं चलिए आज हम इस आर्टिकल में जानते हैं कि इस खराटे क्यों आते हैं।

आखिर खर्राटे क्यों आते हैं (what triggers snoring)

खर्राटे (Snoring) एक तरह की ध्वनि होती है यह तब आती है, जब किसी व्यक्ति का नींद के दौरान वायु मार्ग संकुचित हो जाता है जिसके कारण हवा का प्रवाह तेज हो जाता है और ऊतक कंपन करने लगते हैं। जिसके कारण खर्राटों की आवाज जोर-जोर से आती है। इसके अलावा अधिक वजन, सोते समय सांस लेने में बाधा, नाक, मुंह या गले का बिगड़ा स्ट्रक्चर, अनिद्रा, शराब और सिगरेट का ज्यादा सेवन करना इत्यादि के कारण खर्राटे आते हैं।

खर्राटों से छुटकारा पाएं (get rid of snoring)

दालचीनी के सेवन सें (by consuming cinnamon)

एक गिलास गुनगुने पानी में 3 चम्मच दालचीनी (cinnamon) पाउडर को मिक्स करके पीने से खर्राटों की समस्या दूर होती है।

लहसुन के सेवन सें (by consuming garlic)

अगर आपको साइनस के कारण खर्राटे आते हैं, तो लहसुन (garlic) के सेवन से राहत मिलती है क्योंकि लहसुन (garlic) में घाव भरने का गुण पाया जाता है और श्वसन-तंत्र में बलगम के निर्माण और श्वसन प्रणाली की सूजन को कम करने में मदद करता है।

हल्दी के सेवन सें (by consuming turmeric)

रोज रात को एक गिलास दूध में चुटकी भर हल्दी (turmeric) डालकर पीना चाहिए क्योंकि हल्दी (turmeric) में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होता है जिससे नाक साफ रहती है और सांस लेने में कोई बाधा नहीं होती है, जिससे खर्राटे नहीं आते हैं।

शहद के सेवन से (by consuming honey)

शहद (honey) में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। रोज रात को एक गिलास गर्म पानी में दो चम्मच शहद (honey) मिलाकर पीने से नाक व गले में सूजन होने से रोकता हैं जिससे सांस लेने में आसानी रहती है।

स्टीम लेने सें (by taking steam)

नाक बंद होने पर खर्राटे आने लगते हैं, नाक खोलने के लिए स्टीम (steam) थेरेपी करनी चाहिए जिससे नाक खुल जाता है और खर्राटे की समस्या का समाधान हो जाता है

Shailja Mishra | रीवा रियासत

Shailja Mishra | रीवा रियासत

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