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PCOD में ना खाएं ये चीज़े: PCOD Me Na Khaye Ye Cheeze

PCOD में ना खाएं ये चीज़े: PCOD Me Na Khaye Ye Cheeze
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पीसीओडी को कण्ट्रोल करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है, हमारा खान-पान, और हमारा वजन.

PCOD क्या होता है- PCOD में महिलाओं के शरीर में सामान्य की तुलना में बहुत अधिक हार्मोन्स बनते हैं. हार्मोन में इस असंतुलन की वजह से एक ओवुलेशन होता है जिसकी वजह से पीरियड्स नियमित (Periods regular) नहीं रहते हैं. आगे चलकर इससे प्रेग्नेंसी में भी समस्या आ जाती है. इसे पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर (Polycystic ovary disorder) भी कहा जाता है, यह प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है. पिछले कुछ सालों में ये समस्या महिलाओं में तेजी से बढ़ी है. सिंतबर का महीना PCOS जागरूकता के रूप में मनाया जाता है. PCOS एक गंभीर हार्मोनल समस्या है जिसकी वजह मेटाबॉलिक और प्रजनन संबंधी समस्या आती है.

हम अपने जीवन शैली में बदलाव करके पीसीओडी (PCOD) से कुछ हद तक निजात पा सकते हैं क्योकि पीसीओडी के लिए अभी तक निर्धारित इलाज़ नहीं कर पाया गया है. पीसीओडी को कण्ट्रोल करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है, हमारा खान-पान, और हमारा वजन. अपने वजन (Weight) में 5 % की कमी करके हम पीसीओडी से राहत पा सकते हैं. रोगियों के आहार में, शुगर और कार्बोहाइड्रेट कम होना चाहिए. पीसीओडी से पीड़ित रोगियों के लिए उच्च प्रोटीन और उच्च फाइबर सेवन की सलाह दी जाती है. साथ ही नियमित व्यायाम करने की सलाह दी जाती है. आइये आज हम आपको इस आर्टिकल से बताएंगें कि आप इसके लिए डाइट में क्या ना ले:

PCOD में ना खाएं ये (Do not eat this in PCOD)

प्रोसेस्ड फूड (Processed food)




प्रोसेस्ड फूड (Processed food) के ज्यादा सेवन सेक्स ड्राइव पर बुरा असर डालता है. प्रॉसेसिंग में इस्तेमाल की जाने वाली स्ट्रिप्स पोषक तत्वों को खत्म कर देती हैं. ये अस्वास्थ्यकर वसा एस्ट्रोजन (Estrogen) उत्पादन को बढ़ा सकते हैं, जो आपके PCOD के लक्षणों को बदतर बना सकता है, और वजन बढ़ने का कारण बन सकता है जो लक्षणों को भी खराब कर सकता है।

शराब का सेवन न करें (Do not drink alcohol)



शराब (Alcohol) पीने से आपको PCOD का खतरा बढ़ सकता है. एल्कोहल पीने से आपको उच्च रक्तचाप, अनियमित हृदय धड़कन और कभी-कभी दिल का दौरा (Heart attack) भी पड़ सकता है.

चीनी हो सकती है नुकसानदायक (Sugar can be harmful)



सफेद चीनी (Sugar) की अधिक मात्रा लेने से इंसुलिन के लेवल भी बढ़ने लगता है और PCOD का संभावना भी हो सकती है. इसलिए अपनी डाइट में सफेद चीनी की मात्रा कम कर दें.

सोयाबीन (Soybean)



सोयाबीन और उससे बनने वाले प्रोडक्ट्स, सोया मिल्क और सोयाबीन के तेल में मौजूद ट्रांस फैट्स PCOD के साथ-साथ हार्ट प्रॉब्लम और मोटापे जैसी बीमारियों को बढ़ाते हैं.

PCOD के लक्षण (Symptoms of PCOD)

अगर आपका वजन (Weight gain) बढ़ रहा है औऱ आप थकान महसूस कर रहे हैं या आपको बालों से संबंधित को परेशानी हो रही है तो आपको PCOD की बीमारी हो सकती है. साथ ही सिरदर्द नींद न आना, मुहांसे और बांझपन की समस्या भी इस बीमारी का शिकार बना सकती है.

Akanskha Aditya Tiwari | रीवा रियासत

Akanskha Aditya Tiwari | रीवा रियासत

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