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Benefits of bathua: औषधीय गुणों से भरपूर है बथुआ, जानिए इसके फायदे

Benefits of bathua: औषधीय गुणों से भरपूर है बथुआ, जानिए इसके फायदे
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बथुआ औषधीय गुणों से भरपूर होता है, जिसका उपयोग कई रोगों को ठीक करने में किया जाता है.

Benefits of bathua : हमारे वातावरण (Climate) में बहुत सारी वनस्पति मौजूद है कुछ के बारे में हम जानते हैं लेकिन यह शर्मनाक बात हैं, कि आज की नई पीढ़ी जानने की कोशिश भी नहीं करती है। और आसपास उपस्थित औषधीय वनस्पतियों को घास समझती हैं जिनमें कई रोग निवारक गुण होते हैं। जिनमें से एक बथुआ (Bathua) भी है, जो कई रोगों का नाश करने वाला तथा जिनके सेवन मात्र से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। और कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। इनमें से बहुत लोग आज भी अपरिचित हैं। बथुआ हमें बहुत आसानी से हमारे आस-पास मिल जाता हैं। जो हरे और लाल रंग का होता है। हरे बथुआ से ज्यादा गुणकारी लाल रंग वाला होता है। बथुआ की एक कटोरी सब्जी एक अनार के बराबर होती है। बथुआ (Bathua) को राजस्थान में चिलवा कहते हैं, सर्दियों में गांवों में इसका उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है क्योंकि यह‌ आस-पास में आसानी से प्राप्त हो जाता है। इसका रायता, पराठा, भुजी, आदि सब बनाया जाता है जो बहुत चाव से खाया जाता है।

आइए जानते हैं बथुआ में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में:

बथुआ (Bathua) में विटामिन ए, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो बीमारियों से बचने हेतु आवश्यक हैं।

आइए जानते हैं बथुआ क्यों फायदेमंद होता है

पेट के कीड़े मारने में:

बथुआ की पत्तियों (Bathua leaves) पीसकर उसके रस में नमक मिलाकर सुबह-शाम लेने से पेट में उपस्थित कीड़े मर जाते हैं और पेट दर्द में आराम मिलता है।

त्वचा के दाग धब्बे दूर करने में सहायक:

बथुआ के बीजों को पीसकर दाग धब्बों के ऊपर लेप करने से दाग धब्बे दूर हो जाते हैं। और शरीर पर उपस्थित डैड स्किन भी निकल जाती है।

पेशाब करने में परेशानी:

बथुआ के पत्तों के (Bathua leaves) रस में मिश्री मिलाकर पिलाने से पेशाब खुलकर आता है। इसका साग खाने से बवासीर में भी लाभ होता है।

दांतों की समस्या:

बथुआ की पत्तियों (Bathua leaves) को कच्चा चबाने से सांस की बदबू तथा पायरिया और दांतो से जुड़ी अन्य समस्याओं में फायदा मिलता है।

पथरी निकालने में उपयोगी:

एक गिलास कच्चे बथुए के रस में शक्कर मिलाकर रोज पीने से पथरी के छोटे-छोटे टुकड़े होकर बाहर आती है।

पीलिया की समस्या में:

बथुए की पत्तियों (Bathua leaves) को उबालकर उसका रस दिन में दो बार पीने से पीलिया रोग को ठीक किया जा सकता है।

बथुआ का अधिक सेवन करने से समस्याएं( disadavnatges of bathua )

बथुआ में ऑक्सिजेलिक एसिड का उच्च स्रोत होता हैं जिसके कारण इसके अधिक सेवन से डायरिया , जैसी समस्या हो सकती है। और गर्भवती महिलाओं को बथुआ का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकी इसका तासीर बहुत गर्म होता है। जिसके सेवन से गर्भपात होने की संभावना ज्यादा रहती हैं।

Shailja Mishra | रीवा रियासत

Shailja Mishra | रीवा रियासत

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