ग्वालियर

सॉफ्टवेयर हो रहा तैयार, कचरा वाहन घर आने के दस मिनट पहले मोबाइल पर आ जाएगी सूचना

Sanjay Patel
27 Jan 2023 10:36 AM GMT
सॉफ्टवेयर हो रहा तैयार, कचरा वाहन घर आने के दस मिनट पहले मोबाइल पर आ जाएगी सूचना
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MP News: स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के दौरान अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए ग्वालियर नगर निगम द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इंदौर की तर्ज पर इंटेलीजेंट कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी पर आधारित साफ्टवेयर और मोबाइल एपतैयार कराया जाएगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के दौरान अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए ग्वालियर नगर निगम द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। निगम इंदौर की तर्ज पर इंटेलीजेंट कम्युनिकेशन टेक्नोलाजी पर आधारित साफ्टवेयर और मोबाइल एप नगर ग्वालियर तैयार कराएगा। इंदौर में जिस कंपनी द्वारा यह पूरा सिस्टम तैयार किया गया था उसी कंपनी को इसकी जिम्मेदारी ग्वालियर नगर निगम द्वारा दी गई है।

कचरा वाहनों की होगी जियो मैपिंग

ग्वालियर में हर घर तक कचरा गाड़ी पहुंचाने के लिए कंपनी जल्द ही 66 वार्डों में जियो मैपिंग करने की तैयारी है। ताकि वाहनों के रूट निर्धारित कर उन्हीं रूटों पर चलाया जा सके। इसके साथ ही इस एप में सिटीजन अलर्ट की भी व्यवस्था रहेगी। जिससे वाहन आने से दस मिनट पूर्व ही मोबाइल पर नोटिफिकेशन आ जाएगा। समय पर नोटिफिकेशन मिल जाने से लोग सहजता से गाड़ियों में कचरा डाल सकेंगे।

ज्यादातर इलाकों में नहीं पहुंचती गाड़ियां

शहर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन वाहन केवल मुख्य मार्ग में ही कचरा उठाते नजर आते हैं। बताया गया है कि ज्यादातर इलाकों में गाड़ियां नहीं पहुंचतीं। जिससे लोगों द्वारा खाली प्लाटों व इधर-उधर कचरा फेंक दिया जाता है। वर्तमान में इन गाड़ियों के निगरानी की जो व्यवस्था है वह नाकाफी है। ऐसे में नगर निगम ने इंदौर की ब्रेन एबब प्राइवेट लिमिटेड को डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन को फुलप्रूफ बनाने की योजना तैयार की है।

40 लाख रुपए आएगी लागत

इंदौर की कंपनी द्वारा ग्वालियर में कचरा से निपटने की रणनीति तैयार की जाएगी। कंपनी को स्वच्छ सर्वेक्षण के दस्तावेजीकरण की जिम्मेदारी देने के साथ ही यह मोबाइल एप तैयार करने का भी दायित्व निभाएगी। बताया गया है कि लगभग 40 लाख रुपए कीमत में कंपनी सभी संपत्तियों की जियो मैपिंग, टिपर वाहनों के जीपीएस, साफ्टवेयर और मोबाइल एप तैयार करने के साथ ही इसकी निगरानी का भी जिम्मेदारी निभाएगी।

मोबाइल से होगी निगरानी

ग्वालियर में स्वच्छता के कार्य में जुटे सभी अधिकारी और कर्मचारियों के मोबाइल पर इस एप का एक डैशबोर्ड रहेगा। जिसके जरिए अपने-अपने क्षेत्र में गाड़ियों की सटीक जानकारी जोनल अधिकारियों व सहायक स्वास्थ्य अधिकारियों को मिल सकेगी। इस दौरान यदि गाड़ी अपने निर्धारित रूट का पूरा चक्कर नहीं लगाती तो उसका दैनिक रिपोर्ट में उल्लेख रहने की व्यवस्था भी रहेगी। एक वार्ड में इसका ट्रायल किया भी जा चुका है जो पूरी तरह सफल रहा। इस संबंध में नगर निगम के स्वच्छ भारत मिशन के उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता का कहना है कि नया साफ्टवेयर और मोबाइल एप्लीकेशन के लिए वार्डों की जियो मैपिंग शुरू की जा रही है। आगामी 15 फरवरी तक इस मोबाइल एप को लांच करने की योजना है।

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