ग्वालियर

एमपी के ग्वालियर में कॉलेज संचालक के बेटे की हत्या, पहचान छुपाने जलाया शव

Sanjay Patel
29 Dec 2022 9:01 AM GMT
एमपी के ग्वालियर में कॉलेज संचालक के बेटे की हत्या, पहचान छुपाने जलाया शव
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ग्वालियर के सिटी सेंटर सत्यम रेजीडेंसी में रहने वाले कॉलेज संचालक प्रशांत सिंह परमार के बेटे की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं आरोपी ने पहचान छुपाने के लिए उसके शव को जला दिया।

ग्वालियर के सिटी सेंटर सत्यम रेजीडेंसी में रहने वाले कॉलेज संचालक प्रशांत सिंह परमार के बेटे की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं आरोपी ने पहचान छुपाने के लिए उसके शव को जला दिया। बुधवार रात झांसी में सड़क किनारे युवक का शव जली हुई हालत में पाया गया। बताया गया है कि प्रखर परमार 23 वर्ष मंगलवार को अचानक लापता हो गया था।

हत्या का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

बेटे के लापता होने के बाद उनके पिता प्रशांत सिंह परिहार द्वारा नगर निगम में कम्प्यूटर ऑपरेटर करन वर्मा पर शक जाहिर किया गया था। जिस पर पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए उठा लिया। हत्या का मास्टर माइंड कम्प्यूटर ऑपरेटर बहुत ही शातिर है। बताया गया है कि 9 घंटे तक वह पुलिस को गुमराह करता रहा। रात 1 बजे से अगले दिन सुबह 10 बजे तक वह वारदात से अनजान बना रहा। इस दौरान जब पुलिस द्वारा ज्यादा सख्ती की गई तो उसने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। किन्तु इसके बाद भी शव के बारे में जानकारी नहीं दी। आखिरकार पुलिस द्वारा शव के बारे में उससे उगलवा लिया गया। पुलिस की मानें तो आरोपी ने हत्या कर शव को ऐसी जगह पर जलाया गया था जहां पर दो राज्यों की सीमा लगती हैं जिससे पुलिस इसमें उलझकर रह जाए।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

आरोपी के हवाले से पुलिस को जो जानकारी दी गई उसके अनुसार प्रखर परमार को मंगलवार को बुलाकर वह कार से ले गया था। दतिया के सिरोल न्यू पंचायत भवन के पास सूनसान इलाके में पहले उसका गला घोंटा गया। जिसमें उसके साथी गौरव व भानू ने मदद की। इसके बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। जहां से कार द्वारा आगरा-मुंबई हाइवे पर नयागांव पहुंचे। यहां बॉडी को डिक्की में शिफ्ट किया गया। पुलिस को दो राज्यों की सीमा में उलझाने के लिए झांसी में बॉडी को ठिकाने लगा दी। जहां सीपरी बाजार थाना क्षेत्र से तकरीबन 9 किलोमीटर की दूरी पर शव को जलाकर झाड़ियों में फेंक दिया गया।

पैसे के लेन-देन का था मामला

कॉलेज संचालक प्रशांत परमार के मुताबिक आरोपी करन वर्मा ने उनके कॉलेज से ही अध्ययन किया है। पढ़ाई करने के बाद उसकी नगर निगम में नौकरी लग गई थी। तकरीबन एक साल पहले उनकी करन से मुलाकात भी हुई थी। प्रशांत द्वारा उससे डीडी नगर में एक कॉलेज के भवन निर्माण की अनुमति दिलाने की बात कही गई थी। जिस पर करन ने 7.8 लाख रुपए में अनुमति दिलाने की बात कॉलेज संचालक को कही थी। उनके द्वारा अपने पुत्र प्रखर को पैसे लेकर भेजा गया था। साथ ही पैसा जमा करने के बाद रसीद लाने को भी कहा था। किंतु उनके पुत्र ने करन को पैसे तो दे दिए किंतु रसीद नहीं दी गई। जिसके बाद से करन द्वारा उनके पुत्र को भटकाया जा रहा था। प्रखर जब करन से पैसे मांगने जाता तो उसे टरका दिया जाता था। इसी मामले को लेकर सोमवार को भी प्रखर की करन से बहस हुई थी। जिसके बाद आरोपी ने उक्त कृत्य को अंजाम दे डाला।

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