ग्वालियर

ग्वालियर/ 9 वर्ष के बच्चे का अपहरण, मागी 5 लाख की फिरौती, पुलिस ने पकड़ा

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर का पार सोमवार की रात अचानक बढ़ गया। चारोें ओर पुलिस अचानक से सक्रिया दिखने लगी। राह चलते लोगों ने सोचा कि शायद कोई व्हीआईपी मंत्री मनिस्टर का आना होगा इसीलिए पुलिस के सायरन सुनाई दे रहे है। लेकिन बाद में जब पता चला कि यह पुलिस की दौड-धूप एक 9 वर्ष के बच्चे के अपहरण के बाद उसे छुडाने के लिए है।

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर का पार सोमवार की रात अचानक बढ़ गया। चारोें ओर पुलिस अचानक से सक्रिया दिखने लगी। राह चलते लोगों ने सोचा कि शायद कोई व्हीआईपी मंत्री मनिस्टर का आना होगा इसीलिए पुलिस के सायरन सुनाई दे रहे है। लेकिन बाद में जब पता चला कि यह पुलिस की दौड-धूप एक 9 वर्ष के बच्चे के अपहरण के बाद उसे छुडाने के लिए है।

जानकारी के अनुसार ग्वालियर जिले जनकगंज के हारकोटा सीर में एक 9 साल के छात्र का सोमवार दोपहर अपहरण हो गया था। क्रिश सोमवार दोपहर 3 बजे कोल्डड्रिंक लेने के लिए निकला था। लेकिन जब वह साम तक वापस नही आया तो उसे परिजन खोजने निकल पडे।

काफी खोजबीन के बाद जब बच्चे का पता नहीं चला। परिजन शाम के समय करीब 7 बजे जनकगंज थाना शिकायत करने जा रहे थे। तभी छात्र के पिता के मोबाइल पर पर कॉल आया। काल रिसीव करने के बाद उनके तो होष ही उड़ गये।

वह 5 लाख रुपए की फिरौती का कॉल था। जिसमें अपहरणकर्ताओं ने कहा कि अपने इकलौते बेटे को जिंदा देखना चाहता है तो 5 लाख रुपए इंतजाम कर ले, नहीं को उसे हमेशा के लिए भूल जा।

अपहरण और फिरौती के कॉल का पता चलते ही जनकगंज थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच पुलिस हरकत में आई। जिस नंबर से फोन किया गया था पुलिस उसे ट्रैस करते हुए रात 11 बजे बच्चे तक पहुंच गई। बच्चे को मुक्त कराने के बाद तीन अपहरणकर्ता भी पकड़े हैं।

पुलिस लोकेशन के आधार पर घेराबंदी कर मोहन कुशवाह उर्फ मोनू को गुढ़ा गुढ़ी का नाका से उठाया और कुछ ही देर में बच्चा बरामद कर लिया। इसके बाद पूछताछ में दो नाम और पता लगे 60 वर्षीय किशनपाल और दामोदर कुशवाह। तीनों अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर बच्चे को मुक्त करा लिया है।

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