Why we get electrocuted by touching Someone: क्या आपको भी कभी-कभी किसी चीज़ या फिर दूसरे इंसान को चुने से करेंट मरता है, कभी कभी तो चार्ज इतना ज़्यादा होता है कि हाथ पूरा भन्ना जाता है। शायद बचपन में भी अपने वो वाला गेम खेला होगा जिसमे एक प्लास्टिक की कुर्सी में किसी को बैठा कर अगर किसी कपडे से उसे बार बार मारा जाए और बाद में उसे छूआ जाए तो वह करेंट मरता है। लेकिन ऐसा क्यों होता है? आज का अपना सवाल यही है तो चलिए इसका जबाव भी जान लेते हैं।
आप करेंट मारते हैं तो खुद को एलेक्ट्रोमैन या फिर मार्वल यूनिवर्स का सुपरहेरो Thor मत समझ लीजियेगा। ऐसा होने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण है, करेंट तो कभी-न कभी आपको लगा ही होगा हैं ना....
किसी को छुने से क्यों करेंट लगता है (Why we get electrocuted by touching Someone)
कभी-कभी हाथ मिलाने और किसी को छुने से चट्ट की आवाज आती है और हाथ झांझना जाता है। कभी कभी चादर से भी चट्ट की आवाज आती है, ये ज़्यादातर सर्दी के मौसम में होता है, विज्ञान की माने तो ऐसा होने के पीछे का कारण मौसम में होने वाला बदलाव होता है। जब मौसम में नमी बढ़ती है या घटती है तो करंट लगता है।
आइये इसके पीछे के विज्ञान का गणित समझा जाए
किसी को छुने से करेंट इसी लिए मरता है क्योंकि जब मौसम में नमी घटती या बढ़ती है तो शरीर में इलेक्ट्रान विकसित हो जाते हैं। ये इलेक्ट्रान नेगेटिव या पोसिटिव होते हैं। जब एक नेगेटिव इलेक्ट्रान वाला हाथ पोसिटिव इलेक्ट्रान वाले हाथ से मिलता है तो करेंट लगता है और चट्ट की आवाज आती है। फिर लोग एक दूसरे को इसके लिए दोष देते हैं। यानी के करंट लगने का कारण इलेक्ट्रान होता है।
तो सर्दी में ही ज़्यादा क्यों होता है
आपका सवाल सही है, ये करंट लगने वाला नाटक सर्दी में ही होता है, इसके पीछे का कारण है कि गर्मी के मौसम में नमी ज़्यादा नहीं रहती है, जिसके कारण एलेक्ट्रोक शरीर की त्वचा में विकसित नहीं हो पाते। हां लेकिन गर्मी में भी जिनकी त्वचा में नमी रहती है उनके साथ ऐसा होता है। सर्दी में नमी रहती है इसी लिए इस मौसम में यह ज़्यादा होता है, इसके अलावा ऊनि कपड़ों के प्लास्टिक में छूने और घर्षण से भी करेंट बनता है।
ये ससुरा इलेक्ट्रान क्या है (What Is Electron)
अब आप ये जरूर सोच रहे होंगे की ठीक है करेंट इलेक्ट्रान के कारण मरता है लेकिन ये ससुरा इलेक्ट्रान क्या होता है? तो जानिए कि इलेक्ट्रॉन एक ऋणात्मक (Negative) विद्युत आवेश वाला उप-परमाणु कण है. अन्य प्राथमिक कणों की तरह इलेक्ट्रॉनों में कणों और तरंगों दोनों के गुण होते हैं, जो अन्य कणों से टकरा सकते हैं और उन्हें प्रकाश की तरह अलग भी किया जा सकता है, लेकिन इलेक्ट्रॉन को नग्न आंखों से देखा नहीं जा सकता. अभी भी नहीं समझ में आया है तो 8 वीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे से पूछ लीजियेगा ओके...
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