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Astronaut बनने के लिए क्या करना पड़ता है और कैसे मिलती है NASA में नौकरी?

Astronaut बनने के लिए क्या करना पड़ता है और कैसे मिलती है NASA में नौकरी?
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एस्ट्रोनॉट (Astronaut) बनने के लिए क्या क्या करना पड़ता है आइये जानते हैं..

How to become Astronaut in hindi: एक अच्छा करियर हो, शायद ये सपना हर एक व्यक्ति देखता है और बहुत प्रयास भी करता है। लेकिन अगर पूरी जानकारी न हो तो सफलता मिलन मुश्किल हो जाता है। अब एस्ट्रोनॉट के क्षेत्र को ही ले लीजिए। नासा की तरफ से उन लोगों का विशेष प्रशिक्षण होता है जिनका चुनाव ऐस्ट्रोनॉट के लिए किया जाता है.तो चलिए आपको बताते हैं इस करियर के बारे में विस्तार से –

क्या होनी चाहिए एस्ट्रोनॉट के लिए योग्यता?

अगर आप एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बायोलॉजिकल साइंस, कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग, फिजिकल साइंस, या गणित में बैचलर डिग्री लेनी होगी.

इसके साथ साथ आपको तीन साल का प्रोफेशनल एक्सपीरिएन्स भी होना चाहिए या फिर आपके पास जेट विमान में 1,000 घंटे का पायलट-इन-कमांड का एक्सपीरिएन्स हो.

अगर ये सारी योग्यताएं आपके पास हैं तो आपको नासा की एस्ट्रोनॉट फिजिकल परीक्षा (astronaut physical exam) पास करनी होगी. अगर आपके पास ये स्किल हैं तो आपके सिलेक्शन की संभावनाएं बढ़ सकती है-

1. स्कूबा डाइविंग

2. फॉरेस्ट रिलेटेड एक्सपेरिएन्स

3. नेतृत्व का अनुभव

4. भाषाओं का ज्ञान विशेषकर रूसी भाषा का ज्ञान

एस्ट्रोनॉट की क्लास?

अब तक नासा की तरफ से एस्ट्रोनॉट्स के लिए 22 कक्षाओं का चयन किया जा चुका है. प्रशिक्षण से संबंधित कई तरह के बदलाव किये गए हैं.

किस वाहन का उपयोग करते हैं एस्ट्रोनॉट?

एस्ट्रोनॉट्स की नई कक्षा में बहुत से वाहन होते हैं. इन वाहनों का पूरा प्रशिक्षण कराया जाता है। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने के लिए सोयूज स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल किया जाता है.

नए प्रशिक्षित एस्ट्रोनॉट सबसे पहले कहां जाते हैं?

शुरुआत में इन्हें अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक भेज जाता हैं या फिर और ऊंचाई तक. नासा की तरफ से ये उम्मीद की जा रही है कि वह वर्ष 2030 तक एस्ट्रोनॉट्स को मंगल तक ले जाएगा.

कैसे होता है एस्ट्रोनॉट्स का बुनियादी प्रशिक्षण?

उड़ान के लिए एस्ट्रोनॉट्स को सर्टिफाइ करने से पहले उम्मीदवारों को कई तरह के कठिन टास्क से गुजरना पड़ता है, जैसे स्पेसवॉक करना, रोबोटिक्स करना, हवाई जहाज उड़ाना और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में काम करना. आपको बता दें कि उम्मीदवारों को जॉनसन स्पेस सेंटर में स्थित 60 फीट गहरे स्विमिंग पूल में स्पेसवॉक करना सिखाया जाता है.

कैसे पास करते हैं चयन प्रक्रिया?

सबसे पहले HR द्वारा प्रत्येक आवेदक की बुनियादी योग्यताओं की जांच की जाती है. समीक्षा करने वाले पैनल को एस्ट्रोनॉट रेटिंग पैनल कहते हैं, जिसमें 50 लोग शामिल होते हैं. हजारों उम्मीदवारों में से कुछ सौ उम्मीदवारों का चुनाव किया जाता है, इसके बाद इन्हें मेडिकल स्क्रीनिंग और इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है.

इसमें टॉप 50 उम्मीदवारों का चयन किया जाता है जिन्हें दूसरे राउंड के इंटरव्यू के साथ साथ फिर से मेडिकल स्क्रीनिंग देनी होती है. अब 50 लोगों के ग्रुप से फाइनल एस्ट्रोनॉट उम्मीदवारों का चुनाव होता है.

चयनित उम्मीदवारों को उड़ान संचालन निदेशालय के प्रमुख और एस्ट्रोनॉट्स कार्यालय के प्रमुख की तरफ से कॉल किया जाता है. उम्मीदवारों को अपने चुनाव की बात केवल अपने परिवार से ही शेयर करनी होती है, और किसी से नहीं।

नासा की तरफ से उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा की जाती है.तो ये थी ऐस्ट्रोनॉट बनने की चुनाव प्रक्रिया। तो अगर आप भी एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं तो आपको इन सबके लिए मानसिक तौर पर खुद को तैयार कर लेना चाहिए।

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