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Steven Pete: ऐसा मर्द जिसे सचमुच दर्द नहीं होता, दुनिया में ऐसे सिर्फ 300 लोग हैं

Steven Pete: ऐसा मर्द जिसे सचमुच दर्द नहीं होता, दुनिया में ऐसे सिर्फ 300 लोग हैं
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Steven Pete The person who does not feel pain: आप इस आदमी को सुई चुभा दीजिये या फिर आग में झोंक दीजिये, यह मर तो जरूर जाएगा लेकिन इसे दर्द नहीं होगा

Steven Pete The person who does not feel pain: इंसानों के शरीर की स्किन बहुत सेंसिटिव होती है, एक छोटी सी सुई भी घुस जाए तो तुरंत दिमाग को सिग्नल मिल जाता है और दर्द शुरू हो जाता है. लेकिन दुनिया में करोड़ों में एक ऐसे लोग हैं जिन्हे चोट लगने, जलने, गिरने, हड्डी टूटने में भी दर्द नहीं होता। मतलब दर्द ही नहीं होता। आप चाहें इनके अंदर सुई घुसा दें या पेट में तलवार घुसेड़ दें, लाइटर से जलाएं या भट्ठी में झोंक दें. इनका खून बहेगा, चमड़ी जलेगी, ये मर भी जाएंगे लेकिन इन्हे दर्द नहीं होगा। आपको यह जानकर हैरानी होगी के इन Pain Less लोगों की संख्या पूरी दुनिया में सिर्फ 300 है।

Guy Who Does not feel Pain


ऐसे लोगों को Guy Who Does not feel Pain कहते हैं, मतलब ऐसे लोग जिन्हे दर्द नहीं होता। हम पूरे के पूरे 300 लोगों के बारे में तो आपको नहीं बता सकते लेकिन उन 300 में से एक शख्स के बारे में सब कुछ बता सकतें हैं. फोटो में जो आदमी दिख रहा है उसका नाम है स्टीवन पीट (Steven Pete) स्टीवन अमेरिका के रहने वाले हैं और बचपन से ही एक अनोखी बीमारी जिसे "Congenital Insensitivity To Pain" (CIP) कहते है के साथ जन्म हुआ था. स्टीव को कभी यह महसूस नहीं हुआ कि दर्द किसे कहते हैं.

ये CIP क्या है (What Is Congenital Insensitivity To Pain)

Congenital Insensitivity To Pain" (CIP) एक ऐसी बीमारी है जो 125 मिलियन बच्चों में से किसी एक को होती है, मतलब करोड़ों में एक को CIP हो सकता है. यह जन्म से ही होती है बाद में नहीं। जब स्टीव छोटे बच्चे थे तो उन्हें पेरेंट्स ने यह देखा कि जब स्टीव अपने दांतो से अपनी जीभ और होंठ को काट देता है तो उसके मुंह से खून तो बहता है लेकिन वो रोता ही नहीं। उसके घर वाले उसे डॉक्टर को दिखाने के लिए ले गए. उसे दर्द होता ही नहीं था इसी लिए वह कभी अपने दांतों से जीभ और होठों को काटना बंद ही नहीं करता था.

जब स्टीव को डॉक्टर के पास दिखाया गया तो उन्होंने स्टीव के शरीर में सुई चुभाई लेकिन वो छोटा बच्चा रोया नहीं बल्कि हसने लगा, फिर डॉक्टर्स ने उसे लाइटर से आंच दिखाई उसे उससे भी कोई फर्क नहीं पड़ा. सुई चुभने से स्किन से खून बहा, लाइटर की आग से उसकी चमड़ी झुलस गई लेकिन उस बच्चे की आंख से एक आंसू नहीं टपका। क्योंकि उसे दर्द होता ही नहीं था.

स्टीव बड़ा हुआ तो बहुत कारनामे किया

जब स्टीव बड़ा हुआ तो कभी ऊंचाई से कूदता तो कभी बाइक से खुद को गिरा देता, भयंकर स्टंटबाज़ी करता क्योंकि उसे ये पता था वो गिरेगा या उसे चोट लगेगी तो दर्द नहीं होगा। उसने 25 वें जन्मदिन में स्टीव ने अपना पैर तोड़ दिया, जब सुबह सोकर उठा तो देखा उसका पैर सूजा हुआ है लेकिन उसे एक्को दर्द नहीं हुआ. उस घटना के बाद से अबतक स्टीव ने अपने शरीर की 80 हड्डियाँ तोड़ी, और 40 साल की उम्र तक बिना दर्द महसूस किए स्टीव को यह आभास हुआ कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है कि वह इस बीमारी के साथ सर्वाइव कर गया.

दर्द क्यों नहीं होता

जब हमें कहीं चोट लगती है तो यह हमारे दिमाग के लिए एक अलार्म सिस्टम की तरह काम करता है, इसके बाद दिमाग शरीर को तुरंत सिग्नल देता है कि अरे बस करो भाई दर्द हो रहा है, जैसे आपको कोई कांटा चुभ गया तो आपको दर्द होगा और आप उस कांटे से तुरंत अपना हाथ वापस खींच लेते हैं, लेकिन स्टीव को उसका दिमाग दर्द का सिग्नल नहीं देता। इसी लिए स्टीव ना चाहते हुए भी खुद को चोट पहुंचा देते हैं.

जब आपकी हड्डी टूटती है तो आपको पता चल जाता है और आप वो काम करना तुरंत बंद कर देते हैं और अपना इलाज करते हैं. लेकिन स्टीव की बॉडी में कोई अलार्म सिस्टम नहीं है।

स्टीव सूंघ भी नहीं सकते

एक बार उनकी कार से पेट्रोल लीक हो रहा था, कुछ और देर होती तो स्टीव अपनी कार में भस्म हो जाते, उनके दोस्त ने बताया कि कुछ पेट्रोल जैसा महक रहा है, तब उन्होंने गैस टैंक को सुधरवाया। यह मजेदार है कि कभी दर्द न हो लेकिन यह दिक्कत वाली बात है क्योंकि आप खुद को नुकसान पहुंचाने से रोक नहीं पाते। अगर आप चाकू से प्याज काट रहे हैं और आपका हाथ कट जाए लेकिन दर्द न हो तो आप लगातार अपना हाथ काटते रहेंगे जबतक आपकी नज़र न पड़े. इसी लिए बहुत से बच्चे जिन्हे CIP बीमारी है वो बच नहीं पाते क्योंकि उन्हें दर्द नहीं होता, उन्हें ये नहीं पता की कहां-कब रुकना है।

स्टीव अब इस बीमारी से लोगों को जागरूक करते हैं

स्टीव और उनके जैसे लोगों का दर्द महसूस ना करना कोई मजेदार चीज़ नहीं है, दर्द आपको जिन्दा होने की फीलिंग देता है, आपको खतरनाक काम करने से रोकता है, स्टीव अपनी बीमारी के बारे में सोशल मीडिया से लोगों को जागरूक करते हैं. ताकी इस बीमारी के प्रति लोगों की संवेदना बढे और लोग इसके नुकसानदायक पहलुओं को समझें

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Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

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