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Benefits Of Khichdi : घी डालकर खाएं खिचड़ी, फिर देखे क्या होगा कमाल

Benefits Of Khichdi : घी डालकर खाएं खिचड़ी, फिर देखे क्या होगा कमाल
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Benefits Of Khichdi : बदले खानपान का परिणाम है कि आज लोगों का वजन तेजी के साथ बढ़ रहा है। लोग मोटापा के शिकार होते जा रहे हैं। वहीं मोटापा की सर्वाधिक समस्या महिलाओं में देखने को मिलती है।

Benefits Of Khichdi : बदले खानपान का परिणाम है कि आज लोगों का वजन तेजी के साथ बढ़ रहा है। लोग मोटापा के शिकार होते जा रहे हैं। वहीं मोटापा की सर्वाधिक समस्या महिलाओं में देखने को मिलती है। ऐसे में कई बार लोग वजन घटाने के लिए अपने आहार को इतना नियंत्रित कर लेते हैं कि एनीमिया जैसी गम्भीर बीमारी की शिकार हो जाते हैं। जो भविष्य में कई गम्भीर बीमारो को आमंत्रित करती हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि हम अपने आहार क्या शामिल करें।

आज हम आपको बताते हैं कि अपने आहार में किस खाद्य पदार्थ को शामिल करें कि मोटापा तेजी के साथ घटे और शरीर में कमजोरी भी ना आये। इसके लिए खिचड़ी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। लेकिन समस्या यह है कि खिचड़ी एक दिन खाया जा सकता है प्रतिदिन और दोनो टाइम खाने से मन खिन्न हो जाता है। भोजन के प्रति हमारे मन में अरूचि पैदा करती है। लेकिन आज हम पांच तरह की अलग-अलग खिचड़ी के बारे में बताएंगे जिसे प्रतिदिन खाने का मन करेगा।

मकई की लाजवाब खिचड़ी

वैसे तो बरसात के समय मकई का भुट्टा खाना लाजवाब होता है। लेकिन इसी मक्के के पके दानों को दुरदुरा पिसवा कर उसकी लाजवाब खिचडी बनाई जाय तो यह हमारे शरीर के बढ़ते वजन को नियंत्रित करता है। इसमें फास्फोरस, मैंगनीज, और जिंक जैसे पोषक तत्व होते हैं। जो आंखों और ह्दय को स्वस्थ्य रखने के हमारी मदद करता है। इसे रोचक बनाने के लिए खिचड़ी में गाजर, मटर, जैसी सब्जियां मिलाई जा सकती है।

दाल की मिश्रित खिचड़ी

वैसे तो दाल प्रोटीन से भरपूर होती है। लेकिन दाल का उपयोग हम अगर खिचड़ी बनाने में करें तो वह और रुचिकर और वजन कम करने में सहायक हो सकती है। दाल में प्रोटीन की प्रचुरता तो होती ही है साथ ही आयरन, कैल्सियम, पोटेशियम तथा फाइवर भी पाया जाता है। मिश्रित खिचड़ी में कई दालों का उपयोग किया जाता है। जिसमें चना, मसूर, तुअर, तथा मूंग की दाल का उपयोग किया जाता है।

बाजरे की खिचड़ी

बाजरे की खिचड़ी को अगर आहार में शामिल किया जाय तो इससे भी वजन कम किया जा सकता है। वहीं इस खिचड़ी को बनाना भी आसान होता है। बताया जाता है कि बाजरे को दुरदुरा पिसवा कर या फिर बाजार में मिलने वाली बाजरे की खिचड़ी को बनाकर खाने से शरीर मजबूत और वजन नियंत्रित रहता है।

दलिया खिचड़ी

दलिया का सेवन आम तौर पर बीमारी के दौरान किया जाता है। अगर दलिया की खिचड़ी बनाकर उसका सेवन किया जाय तो इसका गुणकारी लाभ प्राप्त होता है। इसके लिए दलिया में दालों के साथ ही कुछ सब्जियों को शामिल कर बनाया जाय तो यह पौस्टि होने के साथ ही सुपाच्य होता है। इसके सेवन से शरीर में कमजोरी नहीं आती वहीं वजन को नियंत्रित करता है।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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