- Home
- /
- एंटरटेनमेंट
- /
- RIP Arvind Trivedi:...
RIP Arvind Trivedi: नहीं रहे राम भक्त रावण, अरविंद त्रिवेदी का फ़िल्मी सफर राजनीति की उचाईयों तक पहुंचा था
रामानंद सागर का बहुचर्चित धार्मिक TV सीरियल "रामायण" जिसने देश की 3 पीढ़ियों को रामायण का पाठ पढ़ाया और सीरियल में रावण का रोल करने वाले राम भक्त अरविन्द त्रिवेदी अब इस दुनिया में नहीं रहे। लेकिन अपने रोल के लिए वो हमेशा फिल्म इंडस्ट्री और देश की जनता के दिलों में अमर रहेंगे। अरविन्द त्रिवेदी को शिवतांडव स्त्रोतम कंठस्त याद था वो श्री राम और भगवान शिव के भक्त थे. अपने फ़िल्मी सफर को शुरू करने बाद अरविन्द त्रिवेदी राजनीति की उचाईयों तक पहुंच गए थे। ये लेख अरविन्द त्रिवेदी को समर्पित।
हर बार भगवान से माफ़ी मांगते थे
अरविन्द त्रिवेदी आपने नाम से ज़्यादा रावण और लंकापति के नाम से जाने जाते थे। उनका रामायण सीरियल में रावण का रोल करना भी काफी दिलचस्प रहा। 90 के दशक में जब DD ONE चैनल में रामायण शो के दौरन अरविन्द त्रिवेदी शिव तांडव स्त्रोतम पढ़ते थे तो दर्शकों के रोंगटे खड़े हो जाते थे। अपने किरदार को लेकर वो इतने गंभीर थे की उसकी छाप दर्शकों के ज़हन में ऐसी घुसी की लोग यह मानने लगे की त्रेतायुग में रावण ठीक ऐसा ही रहा होगा। अरविन्द त्रिवेदी ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में बताया था कि जब उन्हें सौ के दौरान भगवान राम को बुरा भला कहना पड़ता था तब वो बाद में भगवान को याद कर के उनसे माफ़ी मांगते थे। आज अरविन्द इस दुनिया को 82 साल की उम्र में अलविदा कह गए। उनका निधन मंगलवार की देर रात को ह्रदय गति रुक जाने से हो गया।
300 फिल्मों में किया काम
अरविन्द त्रिवेदी ने हिंदी सिनेमा के आलावा गुजराती फिल्मों में भी काम किया। उन्होंने 300 से भी ज़्यादा फिल्मों में काम किया। 1991 में जब रामायण सीरियल के बाद कई और रामायण पर आधारित शो बने जिसमे अरविन्द द्वारा किए गए अभिनय को कॉपी करने की कोशिश की गई लेकिन उनके जैसा रावण का किरदार कोई और नहीं निभा सका।
बड़े भाजपा नेता थे
उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ चुकी थी की लोग उनके भक्त हो गए थे। इसका फायदा उनको राजनीती में भी देखने को मिला 1991 में उन्होंने गुजरात से BJP की तरफ से साबरकांठा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। वो उस सीट में 1996 तक सांसद रहे उन्हें लोकसभा सीट में 48.28% वोट मिले सीट में 20 राजनैतिक दलों के नेता शामिल थे सबको पछाड़ कर अरविन्द त्रिवेदी ने इतिहास रच दिया था।
भगवान लंकेश स्व अरविन्द त्रिवेदी को अपने चरणों में स्थान दे।