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MCD Election Results 2022 Live: एमसीडी में आप की सरकार, 15 साल से काबिज भाजपा को उखाड़ फेंका

MCD Election Results 2022 Live
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MCD Election Results 2022 Live

MCD Election Results 2022 Live: म्युनिसिपल कारपोरेशन दिल्ली के 250 सीटों में हुए चुनावों में आप को एकतरफ़ा बहुमत मिला है.

MCD Election Results 2022 Live: म्युनिसिपल कारपोरेशन दिल्ली (एमसीडी) के 250 सीटों में हुए चुनावों के परिणाम आने शुरू हो गए हैं. MCD के 250 सीटों में आप के खाते में 134 सीटें, भाजपा ने 104 सीट जीत ली हैं. जबकि कांग्रेस के खाते में अभी तक 9 सीटें आई हैं, वहीं 3 सीट अन्य के खाते में गई है. एमसीडी में बहुमत के लिए 126 सीट चाहिए. जिसे आप ने पा लिया है. यहां पिछले 15 सालों से BJP का कब्जा रहा है, लेकिन इस बार अरविन्द केजरीवाल MCD में कब्जा जमा लिया. कांग्रेस का एमसीडी इलेक्शन में प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है.

केजरीवाल के मंत्रियों के इलाकों में AAP का सूपड़ा साफ

मनीष सिसोदिया के विधानसभा में 4 सीटें हैं. भाजपा ने 3 पर जीत दर्ज की। आप के खाते में एक ही सीट गई. उधर, जेल में बंद सत्येंद्र जैन के विधानसभा में 3 वार्ड हैं. पार्टी तीनों पर भाजपा से हार गई. अरविंद केजरीवाल के वार्ड नंबर 74 चांदनी चौक से पार्टी के उम्मीदवार पुनर्दीप सिंह ने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया. उधर, आप विधायक अनानतुल्ला के वार्ड नंबर 189 जाकिर नगर से कांग्रेस विजयी हुई.

गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव के नतीजों से एक दिन पहले AAP की ये जीत राष्ट्रीय राजनीति के लिए भी कई संदेश लेकर आई है। AAP के कई बड़े नेता शराब घोटाले और हवाला कारोबार के आरोपों से घिरे हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में हैं और डिप्टी CM मनीष सिसोदिया पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में इस जीत ने पार्टी में मनीष सिसोदिया के कद को और मजबूत किया है।

हालांकि मंत्री सत्येंद्र जैन के विधानसभा क्षेत्र शकूरबस्ती में BJP ने तीनों सीटें सरस्वती विहार, पश्चिम विहार और रानी बाग जीत ली हैं। मनीष सिसोदिया के विधानसभा क्षेत्र के 4 में से 3 वार्डों में AAP की हार चौंकाने वाली रही है। उधर आतिशी मर्लेना की सीट कालकाजी के भी तीनों वार्डों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है।

MCD इलेक्शन रिजल्ट्स में अभी तक का अपडेट

  • आम आदमी पार्टी (AAP) - जीत - 134
  • भारतीय जनता पार्टी (BJP) - जीत - 104
  • कांग्रेस - जीत - 9
  • अन्य - जीत - 3

आप ऑफिस को नीले-पीले गुब्बारों से सजाया

एग्जिट पोल में AAP की जीत के बाद बुधवार सुबह से ही पार्टी के कार्यालय में गहमा-गहमी शुरू हो गई थी. ऑफिस को पीले और नीले गुब्बारों से सजाया गया है. पिछली बार इन्हें सफेद और नीले कलर के गुब्बारों से सजाया गया था. दिल्ली नगर निगम के 250 वार्डों के लिए 4 दिसंबर को मतदान हुआ था.

MCD में पिछले 15 सालों से BJP का कब्जा

दिल्ली नगर निगम में पिछले 15 सालों से BJP का कब्जा है, लेकिन इस बार एग्जिट पोल में AAP यहां क्लीन स्वीप करती नजर आ रही है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया और टाइम्स नाउ-ईटीजी के एग्जिट पोल के मुताबिक MCD में AAP की सरकार भारी बहुमत से बनती दिख रही है. BJP दूसरे न्ंबर पर और कांग्रेस का सफाया होता दिख रहा है.

किसने क्या, कहा?

दिल्ली में BJP नेता हरीश खुराना ने कहा, "हमने कोरोना काल में भी कचरे के निपटारे के लिए काम किया. भाजपा ने काम किया है. हमें विश्वास है कि अगला मेयर बीजेपी का ही होगा. पिछली बार भी सर्वे में बीजेपी को 50 सीटें मिली थीं, लेकिन हम दो-तिहाई बहुमत से जीते थे.

आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उनकी पार्टी 180 से पार जाएगी. आम आदमी पार्टी को एक तरफा जीत मिलेगी. 180 के बाद कहां रुकेंगे रुझान कह नहीं सकते. पोस्टर बैलेट में सरकारी आदमी वोट डालता है. वह डरता भी है. सरकारी आदमी सोचता है कि कहीं कोई देख तो नहीं लेगा.

मैदान में उतरे 1,349 उम्मीदवार

MCD चुनाव 2022 के लिए 1349 उम्मीदवार मैदान में उतरे. इनमें 709 महिला प्रत्याशी थीं. BJP और AAP ने सभी 250 सीटों पर अपने-अपने कैंडिडेट उतारे, जबकि कांग्रेस के 247 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा. JDU ने 23 सीटों पर, तो AIMIM ने 15 सीटों पर कैंडिडेट उतारे.

BSP ने 174, NCP ने 29, इंडियन मुस्लिम लीग ने 12, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) ने 3, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक ने 4 और सपा, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने एक-एक सीट पर प्रत्याशी मैदान में उतारे. इसके अलावा 382 निर्दलीय प्रत्याशी रहे.

दिल्ली की राजनीति में MCD इतनी अहम क्यों?

दिल्ली की सत्ता के तीन पावर सेंटर्स हैं. दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार और MCD. केंद्र सरकार की शक्तियां तो उसके पास ही रहेंगीं. अब मान लीजिए दिल्ली में और केंद्र में विरोधी दलों की सरकारें हैं तो केंद्र में सत्ताधारी दल चाहता है कि MCD उसके पास रहे और वह दिल्ली को अपने हिसाब से रेगुलेट कर सके. वहीं, दिल्ली की सरकार चाहती है कि MCD भी उसके कब्जे में आ जाए तो वह ज्यादा आजादी से और अपने हिसाब से विकास कर सकेगी.

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