Delhi

अब पराली नहीं जलाएंगे किसान, पूसा बायो डी-कंपोजर की मदद से बनाई जाएगी खाद

Kisan Credit Card Scheme: How to apply to get KCC from SBI
x

किसान फाइल फोटो 

दिल्ली (Delhi) में किसान अब पराली नहीं जलाएंगे। पूसा बायो डी-कंपोजर की मदद (Pusa Bio De-composer) से बनाई जाएगी खाद।

नई दिल्ली। पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) में अक्टूबर के महीने में धान की कटाई के बाद खेत को साफ करने के लिए पराली जलाई जाती है। जिससे समूचे दिल्ली में प्रदूषण का एक धुंध छा जाता है। लेकिन इस बार किसान पराली नहीं जलाएंगे क्योंकि सरकार ने किसानों के लिए एक ऐसा प्रबंध कर दिया है जिससे धान के डंठल को खाद में परिवर्तित कर दिया जाएगा।

पिछले वर्ष हुआ था प्रयोग

पराली जलाने की पुरानी समस्या से निजात पाने के लिए पिछले वर्ष भारतीय कृषि अनुसंधान पूसा द्वारा पूसा बायो डी-कंपोजर (Pusa Bio De-composer) का उपयोग करने की सलाह दी जा रही हैं। वही पिछले वर्ष 39 गांवों में किसानों ने डी कंपोजर का छिड़काव करवाया था। यह छिड़काव करीब 2 हजार एकड़ में किया गया था। प्रथम वर्ष प्रयोग के तौर पर डी कंपोजर का उपयोग कम किसानों द्वारा किया गया। जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष कम किसानों ने डी कंपोजर के उपयोग किया था।

4000 एकड़ की डिमांड

जानकारी के अनुसार इस वर्ष सरकार द्वारा करीब 4000 एकड़ में डी कंपोजर के उपयोग की डिमांड आई है। इसके लिए सरकार द्वारा तैयारी शुरू कर दी गई है। डी कंपोजर का उपयोग पूसा के वैज्ञानिकों के साथ साझा तौर पर चलाई जाएगी विगत वर्ष जहां 25 लाख रुपए का खर्च आया था वहीं इस वर्ष करीब 50 लाख रुपए का खर्च आने की सम्भावना है।

Pusa Bio De-composer में बढी किसानों की रुचि

पिछले वर्ष कम किसानों द्वारा अपने खेत में पराली नष्ट करने डी कंपोजर (Pusa Bio De-composer) उपयोग करवाया था। लोगों को डर था कहीं अगली फसल में इस डी कंपोजर का प्रभाव न पड़े। लेकिन जिन किसानों द्वारा डी कंपोजर का उपयोग करवाया गया था वहां पर्याप्त पैदावार हुआ था। ऐसे में इस वर्ष दोगुने किसान डी कंपोजर उपयोग करने की डिमांड प्रशासन से की है।

जानकारी लेने पहुंच रहे दूसरे राज्य के किसान

पूसा बायो डी कंपोजर (Pusa Bio De-composer) के उपयोग के संबंध में जानकारी लेने दूसरे राज्य के किसान भी पहुंच रहे हैं हाल में दिल्ली के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पहुंचे हरियाणा के करनाल किसानों का जत्था पहुंचा और जानकारी ली वहीं दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने राज्यों से पराली ना जलाने की अपील करते हुए डी कंपोजर का उपयोग करने की सलाह दी है।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

    Next Story