छतरपुर

छतरपुर में 26 करोड़ से बनेगी क्रिटिकल केयर यूनिट, गंभीर मरीजों को मिलेगा बेहतर उपचार

Sanjay Patel
11 Feb 2023 10:36 AM GMT
छतरपुर में 26 करोड़ से बनेगी क्रिटिकल केयर यूनिट, गंभीर मरीजों को मिलेगा बेहतर उपचार
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MP News: बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए छतरपुर जिला अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण कराया जाएगा। 26 करोड़ की लागत से यह यूनिट तैयार होगी।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए छतरपुर जिला अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण कराया जाएगा। 26 करोड़ की लागत से बनने वाले इस यूनिट से उन मरीजों को अत्यधिक लाभ होगा जो या तो गंभीर हैं अथवा असाध्य रोगों से पीड़ित हैं। उनको यहां अलग से उपचार की सुविधा मिल सकेगी। प्रदेश सरकार द्वारा इस यूनिट के निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही राशि भी जारी कर दी है।

अधिकारी जल्द करेंगे मौका मुआयना

क्रिटिकल केयर यूनिट निर्माण के लिए जल्द ही एजेंसी और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मौका मुआयना किया जाएगा। सिविल सर्जन डाॅ. जीएल अहिरवार की मानें तो जिस तरह यहां ट्रामा सेंटर खोला गया है उसी तरह क्रिटिकल केयर यूनिट का भी निर्माण किया जाएगा। यूनिट का निर्माण परिसर में किस स्थान पर होगा यह जल्द ही तय कर लिया जाएगा। इसके बाद विभाग के इंजीनियर इसकी ड्राइंग तैयार करेंगे। जिसके बाद टेंडर की प्रक्रिया होने के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

क्रिटिकल केयर यूनिट में होंगे सौ बेड

छतरपुर जिला अस्पताल परिसर में क्रिटिकल केयर यूनिट का निर्माण किया जाएगा। यह यूनिट 100 बिस्तरों वाला होगा। इसमें गंभीर और असाध्य रोगों के मरीजों को भर्ती कर अलग से उपचार सुविधा मुहैया कराई जाएगी। यहां पैरामेडिकल स्टाफ के साथ ही आक्सीजन की सप्लाई से लेकर वेंटीलेटर सहित विभिन्न प्रकार के उपकरण मौजूद रहेंगे। इस यूनिट के लिए चिकित्सकों की भर्ती अलग से शासन स्तर पर की जाएगी। बताया गया है कि इस यूनिट में एक से दो डाॅक्टर इमरजेंसी ड्यूटी पर हर समय मौजूद रहेंगे।

कम से कम 15 हजार वर्गफीट जमीन होना आवश्यक

जिला अस्पताल परिसर में क्रिटिकल केयर यूनिट निर्माण के लिए कम से कम 15 हजार वर्गफीट जमीन का होना आवश्यक है। मप्र बिल्डिंग डेवलपमेंट कार्पोरेशन के ईई अच्छेलाल अहिरवार के मुताबिक कम से कम 15 हजार वर्गफीट जमीन उपलब्ध होती है तो दो मंजिला भवन का निर्माण किया जाएगा। यदि 25 हजार वर्गफीट जमीन उपलब्ध होगी तो एक मंजिला भवन का निर्माण होगा। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के मुताबिक अस्पताल में गंभीर और क्रिटिकल मरीजों को इलाज देने के लिए वर्तमान में पर्याप्त सुविधाएं व चिकित्सक उपलब्ध नहीं है। ऐसे में इनको झांसी, ग्वालियर या सागर रेफर किया जाता है। इस यूनिट के बन जाने से मरीजों को स्थानीय स्तर पर बेहतर इलाज मिलने लगेगा।

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