छतरपुर

बागेश्वर धाम में हादसा: 2 साल का बच्चा समोसे बन रहे गर्म तेल की कढ़ाई में गिरा, दादी के हाथ भी झुलसे

Rewa Riyasat News
28 Oct 2025 7:00 PM IST
बागेश्वर धाम में हादसा: 2 साल का बच्चा समोसे बन रहे गर्म तेल की कढ़ाई में गिरा, दादी के हाथ भी झुलसे
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मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में बागेश्वर धाम में दर्दनाक हादसा हुआ। 2 साल का बच्चा समोसे की गर्म कढ़ाई में गिर गया जिससे बच्चा और उसकी दादी दोनों झुलस गए।

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र में स्थित बागेश्वर धाम में सोमवार की शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। दर्शन के लिए आए राजस्थान के अजमेर जिले के किशनगढ़ निवासी एक परिवार का दो वर्षीय बच्चा राघव गर्म तेल की कढ़ाई में गिर गया। हादसे में बच्चा गंभीर रूप से झुलस गया जबकि बचाने के दौरान उसकी दादी के भी दोनों हाथ जल गए।

घटना कैसे हुई?

घटना सोमवार शाम की है जब हरिओम वैष्णव अपनी मां सरिता और बेटे राघव के साथ बागेश्वर धाम दर्शन करने पहुंचे थे। मंदिर परिसर के पास लगे ठेले पर वे समोसे लेने गए थे। तभी वहां खड़े दो बैल आपस में भिड़ गए और भगदड़ मच गई। इस दौरान दादी सरिता अपने पोते को गोद में लिए खड़ी थीं, तभी बैलों की टक्कर से धक्का लगने पर दोनों संतुलन खो बैठे और बच्चा सीधे गर्म तेल की कढ़ाई में गिर गया।

बच्चे और दादी की हालत क्या है?

बच्चे राघव को तुरंत बाहर निकाला गया। उसकी दादी सरिता ने बिना देरी किए उसे खौलते तेल से बाहर खींच लिया लेकिन इस दौरान उनके हाथ बुरी तरह झुलस गए। वहां मौजूद सेवादारों ने एम्बुलेंस बुलवाई और दोनों को छतरपुर जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे को गंभीर जलन है, फिलहाल उसे बर्न वार्ड में भर्ती किया गया है। डॉ. रोशन द्विवेदी के अनुसार दोनों मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद निगरानी में रखा गया है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उस समय परिसर में काफी भीड़ थी। जैसे ही बैलों में भिड़ंत हुई, लोग भागने लगे। किसी को समझ नहीं आया कि क्या हुआ, तभी महिला की चीख सुनाई दी और देखा कि बच्चा गर्म तेल में गिर चुका था। तुरंत मौके पर लोगों ने ठेले का स्टोव बंद किया और बच्चे को बाहर निकाला। हादसे के बाद बागेश्वर धाम परिसर में अफरा-तफरी मच गई।

प्रशासन और पुलिस की कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही बमीठा थाना प्रभारी आशुतोष श्रोत्रिय मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बैलों के झगड़ने से धक्का लगने पर बच्चा कढ़ाई में गिर गया था। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और ठेला संचालक से पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह एक दुर्घटनाजन्य मामला है। हालांकि प्रशासन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए भीड़ नियंत्रण के उपाय सख्त करने के निर्देश दिए हैं।

बागेश्वर धाम में भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था

बागेश्वर धाम में प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। विशेष दिनों में यहां इतनी भीड़ होती है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। कई बार ठेले और दुकानें भी मंदिर परिसर के पास लग जाती हैं, जिससे भीड़ प्रबंधन मुश्किल हो जाता है। प्रशासन ने पहले भी ऐसे अस्थायी ठेलों को हटाने के निर्देश दिए थे लेकिन पालन नहीं हो पाया। इस हादसे ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

दादी का साहस: बच्चे की जान बचाने में नहीं सोचा अपना दर्द

गर्म तेल में गिरने के बाद जब दादी सरिता ने बच्चे की चीख सुनी तो उन्होंने एक पल भी नहीं गंवाया और उसे बचाने के लिए हाथ डाल दिए। इस साहस के कारण ही बच्चे की जान बच सकी, हालांकि उनके हाथ गंभीर रूप से झुलस गए। डॉक्टरों ने बताया कि सरिता के हाथों में सेकंड-डिग्री बर्न है लेकिन स्थिति स्थिर है। उनके इस साहस को देखकर अस्पताल स्टाफ और परिजन भावुक हो गए।

डॉक्टरों की प्रतिक्रिया

डॉ. रोशन द्विवेदी ने कहा कि बच्चे के शरीर के कई हिस्सों पर जलन है। फिलहाल उपचार जारी है और बच्चे को विशेष निगरानी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि “बच्चे की स्थिति स्थिर है लेकिन पूरी तरह ठीक होने में कुछ सप्ताह लगेंगे।”

धाम प्रबंधन और सेवादारों का बयान

बागेश्वर धाम के सेवादारों ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। “हमने बच्चे और दादी को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है, और आगे से ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा रही है।”

प्रशासन ने कहा — सुरक्षा नियमों की समीक्षा होगी

छतरपुर प्रशासन ने कहा है कि मंदिर क्षेत्र में लगने वाले ठेले और दुकानों के लिए सुरक्षा मापदंड तय किए जाएंगे। खासकर धार्मिक स्थलों पर भीड़ नियंत्रण और आपात व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने मंदिर परिसर में लगे सभी अस्थायी दुकानदारों का पंजीयन अनिवार्य करने की योजना भी बनाई है।


FAQs — बागेश्वर धाम बच्चा हादसा से जुड़े सवाल

1. बागेश्वर धाम हादसा कब हुआ?

यह हादसा सोमवार शाम को हुआ जब दर्शन के लिए राजस्थान से आए परिवार का बच्चा गर्म तेल में गिर गया।

2. हादसे में कौन घायल हुआ?

2 साल का बच्चा राघव और उसकी दादी सरिता दोनों घायल हुए हैं। बच्चे को अधिक जलन आई है जबकि दादी के हाथ झुलसे हैं।

3. हादसा कैसे हुआ?

मंदिर परिसर के पास दो बैलों की भिड़ंत में भगदड़ मच गई और दादी के हाथ से बच्चा छूटकर गर्म तेल की कढ़ाई में गिर गया।

4. क्या प्रशासन ने कोई कार्रवाई की?

हाँ, पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और ठेले वालों से पूछताछ की। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के नए निर्देश जारी किए हैं।

5. बागेश्वर धाम में अब सुरक्षा व्यवस्था कैसी है?

धाम प्रबंधन ने कहा है कि अब से भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा और दुकानों की निगरानी और अधिक कड़ी की जाएगी।

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