छत्तीसगढ़

Chhattisgarh : नक्सलियो का मास्टर माइंड हिडमा, नही गया स्कूल, फर्राटेदार अंग्रेजी, कम्प्यूटर और टेक्नोलॉजी मे है माहिर

Aaryan Dwivedi
5 April 2021 3:26 PM GMT
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News In Hindi): प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार को हिला देने वाला नक्सलिंयो का मास्टर मांइड हिड़मा है। उसका पूरा नाम मांडवी हिडमा उर्फ इदमुल पोडियाम भीमा है। वह सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके के पुड़अती गांव का निवासी है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News In Hindi): प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार को हिला देने वाला नक्सलिंयो का मास्टर मांइड हिड़मा है। उसका पूरा नाम मांडवी हिडमा उर्फ इदमुल पोडियाम भीमा है। वह सुकमा जिले के जगरगुंडा इलाके के पुड़अती गांव का निवासी है।

वह अनपढ़ होने को बाद भी न सिर्फ फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है, बल्कि कंप्यूटर का भी जानकार है। उसे गुरिल्ला वार में महारत हासिल है। उसने दो शादियां की हैं। इसकी पत्नियां भी नक्सल गतिविधियों में शामिल हैं। हिडमा के तीन भाई हैं। इनमें से मांडवी देवा और मांडवी दुल्ला गांव में खेती करते हैं। तीसरा मांडवी नंदा गांव में नक्सलियों को पढ़ाता है। हिडमा की बहन भीमे दोरनापाल में रहती है।

आधुनिक हथियार से लैंस है उसकी कम्पनी

नक्सली कमांडर हिडमा के कोर एरिया में शनिवार को देश के बहादुर जवान घुस गए। हिडमा की बटालियन नंबर 1 आधुनिक हथियारों से लैस रहती है। हैवी फायरिंग में जवान फंस गए और 23 जवानों ने अपनी शहादत दे दी। इसके बाद अब प्रदेश की कम्पनियों के जवान हिडमा की तलाश में सर्चिंग कर रहे है।

दरअसल छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को हुई मुठभेड़ में 23 जवान शहीद हो गए। इसका मास्टरमाइंड नक्सलियों की पिपुल्स लिब्रेशन गोरिल्ला आर्मी बटालियन 1 का कमांडर हिडमा है। पुलिस को पिछले कुछ दिनों से बीजापुर और सुकमा जिले के जोनागुडा, टेकलगुड़ुम और जीरागांव में हिडमा और उसके साथी नक्सलियों के जमा होने की खुफिया जानकारी मिल रही थी। राज्य की पुलिस ने हिडमा को पकड़ने के लिए ही मिशन लॉन्च किया।


25 लाख रूपये का ईनाम है हिडमा

हिडमा पर 25 लाख रुपए का इनाम है। हिडमा बस्तर का रहने वाला इकलौता ऐसा आदिवासी है जो नक्सलियों की सबसे खूंखार बटालियन को लीड करता है। बाकी सभी लीडर आंध्रप्रदेश मूल के हैं।

बड़ी वारदातों में हिडमा का हाथ

इससे पहले सुकमा के भेज्जी में हुए हमले के पीछे भी हिडमा ही था, जिसमें 12 जवान शहीद हुए थे। 2013 में झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हुए हमले में भी हिडमा शामिल था, इस हमले में कांग्रेस नेताओं समेत 30 लोगों की हत्या कर दी गई थी। 2010 में चिंतलनार के करीब ताड़मेटला में 76 जवानों की शहादत के पीछे भी हिडमा ही माना जाता है।

Next Story