कवर्धा (Kawardha) एक मामूली सी बात को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि 6 दिनों तक छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) का कवर्धा क्षेत्र आग मे झुलसने लगा। एहतियात के तौर पर जिले में धारा 144 लगानी पड़ी। साथ ही राजनंदगांव और बेमेतरा इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ी। 117 घंटे के बंद के बाद हालात सामान्य होने पर ढील दी गई। वहीं प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए अशांति एवं दंगा फैलाने वाले 1000 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें 93 नामजद कर लिए गए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहां है कि आरोपियों को किसी भी हालत में बक्सा नहीं जाएगा।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार के वार्ड नंबर 27 लोहारा नाका चौक इलाके में झंडा लगाने के दौरान दो समुदाय के लोग आमने सामने आ गए थे। दो गुटों के लोग लाठी-डंडे लेकर सड़क पर उतर आए। धीरे-धीरे या मामला बढ़ता ही गया। मारपीट की घटना में 8 लोग घायल हुए। विवाद का दौर बढ़ता देख प्रशासन ने कठोर कदम उठाने शुरू कर दिए। जिले में धारा 144 लगा दी गई। लेकिन इसके बाद भी रैली प्रदर्शन हुए। ऐसे में कई जगह हिंसक झड़पें भी हुई। पुलिस का पहरा बैठाया गया तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई।
दुर्गा पंडाल भगवा ध्वज लगाने पहुंचा मुस्लिम समुदाय
पंडरिया नगर क्षेत्र में जन समुदाय के लोग भगवा ध्वज लेकर पहुंचे और पंडालों में ध्वज लगाकर भाईचारे की मिसाल पेश की। मुस्लिम समुदाय के लोग पुष्पांजलि दुर्गा उत्सव समिति पहुंचे वहां समिति के लोगों से मुलाकात कर नवरात्रि की बधाई दी। मुस्लिम समुदाय के छोटे-छोटे बच्चे हाथ में भगवा ध्वज लिए दुर्गा पंडाल के आसपास ध्वज लगाते देखे गए। इस दौरान सिख समुदाय के लोग भी साथ में रहे।
हालात हो रहे सामान्य
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। अमजन की असुविधा को देखते हुए सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक शहर के भीतर लोगों को छूट दी गई है। लेकिन सीमाओं को खोला नहीं गया है। जिले की सीमाएं अभी भी सील है। बाहर के लोग शहर में प्रवेश नहीं करेंगे।
1000 लोगों पर FIR
एसपी मोहित गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि अशांति फैलाने वाले 1000 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें 93 लोग नामजद है। जिनकी तलाश की जा रही है। अलग-अलग इलाकों में सात जगह एफआईआर दर्ज हुई है। सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से दंगा फैलाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है।
पुलिस की आमजन से सहयोग की अपील
वहीं पुलिस ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि लोग शांति एवं भाईचारे का परिचय दें। साथ ही पुलिस को कार्रवाई में सहयोग करने के लिए अगर किसी के पास डिजिटल तथ्य हो तो वह पुलिस प्रशासन को सौंप सकता है। जिले में अशांति फैलाने वाले लोगों पर कारवाही आवश्यक है। इसमें आमजन का सहयोग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए दोषियों को पकड़वाने में सहयोगी सिद्ध होगा।