
Farming Tips: किसानो के लिए वरदान बना गेहूं का यह बीज, प्रति एकड़ 25 से 30 क्विंटल का उत्पादन

देश में खरीफ फसलों की कटाई का काम पूरा हो चुका है। इस समय किसान रबी फसलों की बोनी में व्यस्त हैं। या फिर रबी की बोनी के लिए खेतों को तैयार करने में जुटे हुए हैं। रबी सीजन की सबसे प्रमुख फसल गेहूं बोनी का उपयुक्त समय भी चल रहा है। किसान चाहते हैं कि उनके खेत में गेहूं का भरपूर उत्पादन हो। इसके लिए आज हम एक खास किस्म के बारे में बताना चाह रहे हैं। जिसमें प्रति एकड़ 25 से 30 क्विंटल गेहूं का उत्पादन होता है। किसान भाई इस गेहूं के बीज का उपयोग अवश्य करें।
कौन सा है गेहूं का बीज
जानकारी के अनुसार कृषि संधान संस्थान ताडिया, जखिनी और वाराणसी जिले के किसान प्रकाश सिंह रघुवंशी द्वारा यह गेहूं का बीज विकसित किया है। गेहूं के इस खास किस्म के बीज का नाम "कुदरत 8 विश्वनाथ" है। आज यह गेहूं का बीज किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है।
एक ओर जहां "कुदरत 8 विश्वनाथ" नामक गेहूं का बीज अत्यधिक उत्पादन दे रहा है। साथ में विपरीत मौसम का असर इस गेहूं पर नहीं पड़ता। इन दोनों ही विशेष कारणों की वजह से इसका उत्पादन बढ़ता है और किसानों को नुकसान कम होता है।
क्या है "कुदरत 8 विश्वनाथ" गेहूं बीज की खासियत
बताया गया है कि एक ओर जहां "कुदरत 8 विश्वनाथ" गेहूं का बीज ठंड के समाप्त होते समय बढ़ने वाले तापमान को सहने की अधिक क्षमता होती है।
इस गेहूं की बोनी के बाद तापमान का कोई असर नहीं पड़ता।
"कुदरत 8 विश्वनाथ" गेहूं की किस्म 110 से 115 दिन के अंदर पक कर तैयार हो जाता है।
इसकी ऊंचाई 90 सेंटीमीटर और लंबाई 20 सेंटीमीटर तक होती है।
"कुदरत 8 विश्वनाथ" गेहूं का बीज नवंबर से लेकर जनवरी के पहले सप्ताह तक बोया जा सकता है।
पछेती खेती के लिए बहुत उपयुक्त है। साथ में इसे अगेती खेती के रूप में उपयोग करने पर और अधिक उत्पादन बढ़ता है।




