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शख्स गया था सोने की तलाश में लेकिन मिला कुछ ऐसा जिसकी कीमत लगाना नामुमकिन, जानिए!

शख्स गया था सोने की तलाश में लेकिन मिला कुछ ऐसा जिसकी कीमत लगाना नामुमकिन, जानिए!
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मेलबर्न में रहने वाले डेविड के हाथ में कीमती पत्थर लग गया.

सोने की तलाश में घूम रहे सख्स की किस्मत एक पत्थर ने बदल दी और जब वह सामान्य पत्थर मान कर उसे म्यूजियम में लेकर पहुचा तो उसकी कीमत लगा पाना मुश्किल हो गया। जिसे सुनकर वह दंग रह गया। कहते है कि कभी-कभी जीवन में किसी को सोच से बढ़कर काफी ज्यादा मिल जाता है। ऐसा ही कुछ ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में रहने वाले डेविड के साथ भी हो गया और उसके हाथ में कीमती पत्थर लग गया।

सोने की कर रहा था तलाश

बताया जा रहा है कि मेलबर्न निवासी सोने की तलाश में लगा हुआ था। इस दौरान उसे एक पत्थर लगा। वह कुछ वर्षो तक उस पत्थर को संभालकर रखे रहा। एक दिन जब उसे लगा कि इसमें सोने जैसा कुछ नहीं दिखा, तो वह उसे लेकर म्यूजियम पहुंचा। यहां उसे बताया गया कि यह कोई साधारण पत्थर नहीं बल्कि अरबों साल पुराना एक उल्कापिंड है।

6 वर्ष पहले मिला था पत्थर

खबरों के तहत मेलबर्न निवासी डेविड होल 2015 में मेलबर्न के पास स्थित मैरीबोरो रीजनल पार्क पहुंचे तो उन्हे लाल और पीले रंग का एक बारी पत्थर मिला। वे मानों सोना समझकर उस पत्थर को घर में रखे हुए थें। बताया जाता है कि 19वीं शताब्दी में सोने के लिए यह स्थान काफी मशहूर थी। यहां सोना मिलता था। यही सोचकर डेविड उस पत्थर को सोना समझकर अपने घर ले आए।

नही टूटा पत्थर

बताया जाता है कि डेविड पत्थर को कई बार तोड़ने का प्रयास भी किया। उसे लगा कि पत्थर से सोना निकलेगा, लेकिन पत्थर नही टूटा। 6 वर्ष बाद उसे लगा कि इस पत्थर में न तो सोना है और न ये आम पत्थर लगता है। ऐसे में इस अनोखे पत्थर को लेकर वह म्यूजियम चला गया।

पत्थर को देखने के बाद अधिकारियों ने जो बताया यह सुनकर डेविड के होश उड़ गए। बताया गया है कि यह पत्थर अरबों वर्ष पुराना एक उल्कापिंड है। पत्थर देखने के बाद म्यूजियम में तैनात भूविज्ञानी डेरमोट हेनरी ने सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड को जानकारी दी कि मैंने अपनी जिंदगी में केवल 2 ही उल्कापिंड देखे हैं. ये उन्हीं में से एक है।

1000 साल पहले गिरने का अनुमान

वैज्ञानिकों का मानना है कि यह मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच मौजूद ऐस्टरॉइड बेल्ट से आया हो सकता है। यह उल्कापिंड 4.6 अरब साल पुराना हो सकता है. यह 100 से 1000 साल पहले धरती पर गिरा होगा।

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