Stevia Farming: किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है स्टीविया की खेती, लाखो में होती है कमाई
Stevia Farming In Hindi: अर्बारियल नामक एक जैव प्रौद्योगिकी कंपनी है जो किसानों को स्टीविया की खेती (Stevia Ki Kheti) के बारे में जागरूक कर रही है। साथ ही किसानों को स्टीविया की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करती है। उन्हें प्रशिक्षण के साथ ही खेती करने में पूरा सहयोग कर रही है। कंपनी मानती है कि स्टीविया की खेती भारत के लिए बहुत आवश्यक है। क्योंकि भारत में डायबिटीज के रोगी बहुत ज्यादा है। इसीलिए भारत को डायबिटीज कैपिटल भी कहा जाने लगा है।
स्टीविया में क्या है खास
स्टीविया (Stevia Farming) के संबंध में जानकारी देते हुए अर्बारियल कंपनी की सीईओ स्वाति पांडे और को फाउंडर मनीष चौहान बताते हैं कि वह स्टीविया की खेती (Stevia Ki Kheti) के संबंध में भारत के किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। इनका कहना है कि हमारे जितने फ्रूट्स है, साथ हैं और मिठाईयां है सब में 15 से 40 प्रतिशत चीनी होता है। इन्हीं सब कारणों से भारत में शुगर के रोगी बढ़ रहे हैं। इन सब के स्थान पर शुगर के रूप में अगर स्टीविया का उपयोग शुरू कर दिया जाए तो बहुत कुछ शुगर रोगियों की संख्या में कमी आएगी।
स्टीविया के संबंध में स्वाति बताती हैं कि पत्तियां बहुत मीठी होती हैं। इसमें बिल्कुल भी कैलोरी नहीं पाई जाती। स्टीविया शुगर का एक अच्छा विकल्प है जो हेल्थी जीवन जीने के लिए सहयोगी सिद्ध होगा।
ढाई सौ एकड़ में हो रही खेती
अर्बारियल कंपनी के साथ जुड़कर आज भारत के करीब 500 किसान स्टीविया की खेती कर रहे हैं। कुल मिलाकर 250 एकड़ में स्टीविया की खेती भारत में हो रही है। जिसकी निगरानी कंपनी करती है।
किसानों को पौधे उपलब्ध करवाती है। खेती के लिए प्रशिक्षित भी कर रही है। और उनसे मिलने वाली स्टीविया की पत्तियों को खरीद कर किसानों को लाभान्वित कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि आने वाले 1 से 2 वर्षों में इस खेती को 10 गुना तक बढ़ाया जाय।
किसानों को है कितना लाभ
कंपनी द्वारा बताया जाता है किसानों को प्रति एकड़ करीब 60 से 1 लाख रुपए तक प्राप्त होते हैं। यह पैसे किसानों को स्टीविया के पत्तों के बदले दिए जाते हैं। किसान स्टीविया का पौधा तैयार करता है। समय-समय पर पत्तों को तोड़कर उन्हें सुखाकर कंपनी को बेच देता है।
वही कंपनी किसानों को ज्यादा मुनाफा हो इसके लिए हर संभव प्रयास करती है। समय-समय पर प्रशिक्षण का आयोजन तथा किसानों के खेतों की निगरानी भी की जाती है। कंपनी द्वारा मिल रहा उचित मार्गदर्शन किसानों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है।