
क्या है लाल सोना और ये कितना कीमती होता है, पुष्पा फिल्म इसी पर बेस्ड है

Red Sandalwood, Laal Sona: अल्लू अर्जुन की एक ब्लॉकबस्टर फिल्म रिलीज हुई थी 'पुष्पा' जो लाल चंदन जिसे लाल सोना कहा जाता है उसपर आधारित थी। फिल्म में रक्त चंदन के बारे में जो भी बताया गया है वो सौ टका सही है यानी के लाल चंदन असली में होता है और इंटरनेशनल मार्केट में इसकी डिमांड काफी ज़्यादा है, खास कर चीन तो इसके पीछे हाथ धो कर पड़ा है। जैसे सोना,चांदी, हीरे जवाहरात को लोग खजाना कहते हैं वैसे ही लाल चंदन भी किसी खजाने से कम नहीं होता है।
क्या है लाल चंदन (रक्त चंदन, लाल सोना (Red Sandalwood, Laal Sona))
सनातन धर्म में चंदन के वृक्ष को पवित्र माना जाता है और लोग इसे पूजते हैं, चंदन की लकड़ी को घिस कर लोग उसे तिलक करते हैं, जिसके आस्था के साथ अपने वैज्ञानिक कारण है। चंदन की लड़की 3 प्रकार की होती है. लाल, पीली और सफ़ेद। लेकिन लाल चंदन जिसे रक्त चंदन और लाल सोना कहा जाता है उसकी लकड़ी उतनी खुशबूदार नहीं होती। रक्त चंदन का वैज्ञानिक नाम (Pterocarpus Santalinus) है। लाल चंदन का इस्तेमाल फर्नीचर, शराब, महंगे सजावटी सामान बनाने के लिए किया जाता है.
रक्त चंदन कहा मिलते हैं
रक्त चंदन की खास बात ये है कि पूरे भारत में लाल चंदन के दरख़्त सिर्फ आंध्रप्रदेश में मिलते हैं। प्रदेश के नेल्लोर,चित्तूर, कडप्पा और कुरनूल की शेषाचलम की पहाड़ियों में यह वृक्ष पाए जाते हैं। इसकी लकड़ी काफी मजबूत और ठोस रहती है, जहां बाकी पेड़ की लड़की पानी के ऊपर तैरती है वहीं रेड सेंडल की लकड़ी पानी में डूब जाती है। इन पेड़ों की एवरेज ऊंचाई 8 से 11 मीटर होती है यानी के 30 से 40 फ़ीट.
STF इनकी प्रोटेक्शन करता है
अगर आपको सड़क में पड़ा हुआ सोना मिल जाए तो आप क्या करेंगे? जाहिर है दबी में उसे उठा कर चुपके से वट लेंगे। ठीक वैसे ही मान लीजिये कि आंध्रप्रदेश की पहाड़ियों में भी सोना उगा है। जिसे लाल सोना कहते हैं, अब जंगल में सोना मिलेगा तो लुटेरे भी होंगे। उन्ही तस्करों से बचाने के लिए इन इलाकों में STF की तैनाती रहती है। कोई भी पेड़ों को काटने और नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तो मानों उसका अगला दिन जेल में ही बीतेगा।
इन देशों के लोग लाल चंदन के लिए पगलाए हैं
लाल चंदन सिर्फ भारत में मिलता है और वो भी भारत के एक प्रदेश में कुछ हिस्सों में मिलता है। दूसरे देशों में रेड सैंडलवुड की अच्छी-खासी डिमांड है। चीन, जापान, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया जैसे कई देश लाल चंदन के लिए पगलाए हैं। खासकर चीन को कुछ ज़्यादा ही डिमाडं है इसी लिए यह भारत से पहले गैरकानूनी तरीके से चीन भेजे जाते थे।
पेड़ों की संख्या 50% तक घट गई है
रक्त चंदन की इतनी तस्करी हुई कि 50% पेड़ों की संख्या घट गई है। लाल चंदन की पावर फोम में भी तस्करी होती है. इसके लिए कई लोग गिरफ्तार हुए हैं और जेल में अपनी जिंदगी काट रहे हैं. अगर कोई लाल चंदन की तस्करी करते हुए पाया जाता है तो उसे 11 साल की कैद हो सकती है।




