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Organic Farming: चंद दिनों में बनना है करोड़पति तो शुरू करे इस का बिजनेस, 1 किलो फल की कीमत 2.70 लाख रूपए, जानिए!

Organic Farming: चंद दिनों में बनना है करोड़पति तो शुरू करे इस का बिजनेस, 1 किलो फल की कीमत 2.70 लाख रूपए, जानिए!
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Organic Farming

जापान में उगने वाला यह आम 2.70 लाख रूपये प्रति किलो में बिकता हैं.

Organic Farming: फलों के बारे में बहुत सुना होगा। लेकिन आज हम एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी कीमत सुनकर सहसा आपको बिश्वास नही होगा। लेकिन यह जापान में उगने वाला आम 2.70 लाख रूपये प्रति किलो में बिकता हैं। ऐसे में अगर विश्वास भी हो जाता है तो एक प्रश्न जरूर मन में आता हैं कि जब यह आम का फल इतना महंगा बिकता है तो इसे तैयार करने में भी काफी परेशानी होगी। लेकिन यह बात आपकी सत्य है। लेकिन यह इतना कठिन भी नही है। अगर मन लगाकर विधिवत तैयारी पूर्वक काम किया जाय तो इसे आसानी से उगाया जा सकता है।

मध्य प्रदेश के जबलपुर में है यह पेड़

मूलतः जापान में पैदा होने वाला यह आम का काफी महांगा बिकता है। आम लोगों के खरीदने की समर्थ नही होती है। लेकिन आज यह आम मध्य प्रदेश में उगाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में इसके उगने की भी अजब कहानी है। जिसने इसे उगया उसे सिर्फ इतना पता था कि यह आम का पौधा देने वाले ने कहा था कि इसे अपनी औलाद की तरह पालना। इसी टिप्स ने उन्हे इस आम के पैधे को तैयार करने में सहायता की।

क्या है कहानी

जबलपुर में इस मियाजाकी आम की खेती करने वाले बताते हैं कि वह ट्रेन में सफर कर रहे थे। इसी दौरान उन्हे एक अजनबी यात्री ने आम के 2 पौधे दिये। साथ में उस व्यक्ति ने कहा कि यह बहत कीमती पौधा है। इसे अपने औलाद की तरह पालना तभी तैयार कर पाओगे।

जबलपुर निवासी लोगों का कहना है कि उन्हे इस आम के पैधे का नाम तक नही पता था। लेकिन उसकी देखरेख बेटे के समान की गई। पौधा तैयार होने लगा तभी ऐसा लग रहा था कि इसमें कुछ खास बात है। नाम की सही जानकारी न होने पर इसके इसका नाम उसके स्वभाव के अनुसार दामिनी रख दिया। बाद में पता चला कि यह तो बहुत स्पेशल आम का पौधा है।

करनी पडती है सुरक्षा

जानकारी के अनुसार इस आम का नाम मियाजाकी है। इस मियाजाकी नामक आम की पैदावार जापान में होती है। लेकिन आज इसे देश के मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में पैदा किया जा रहा है। इस आम का रखरखाव और उसकी सुरक्षा में लाखों रूपये खर्च करने पडते हैं। जबलपूर के जिस बागीचे में इस आम को पैदा किया जा रहा है। वहां 24 घंटे टाइट सिक्योर्टी रहती है।

बारिश की होती है आवाश्यकता

जानकारी के अनुसार इस खास किस्म के आमों को उगाने के लिए बारिश की आवश्यकता होती है। जिसके लिए कृतिम बारिश का उपयोग फबवारे से किया जाता है। वही इसकी पैदावार के लिए गर्मियों के सीजन में धूप की जरूरत भी पड़ती है।

देश के अलावा यहां हो रही पैदावार

मियाज़ाकी आम दुनिया के सबसे महंगे आम में से एक है। इसकी खेती जापान के अलावा बांग्लादेश, इंडोनेशिया, फिलीपींस समेत गिने चुने देशों में हो रही है। इसके पौधों को एक पूर्ण आकार के पेड़ में विकसित होने से पहले इसकी खास देखभाल करने की जरूरत है।

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