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अब ड्रोन उड़ाने के लिए लाइसेंस और परमिशन की जरूरत नहीं! 25 किमी रेंज वाले ड्रोन एक्सपोर्ट हो सकेंगे

अब ड्रोन उड़ाने के लिए लाइसेंस और परमिशन की जरूरत नहीं! 25 किमी रेंज वाले ड्रोन एक्सपोर्ट हो सकेंगे
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Drones with 25 km range can be exported: सरकार ने ड्रोन एक्सपोर्ट के नियमों में बदलाव किए हैं.

Drones with 25 km range can be exported: केंद्र सरकार ने ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग (Drone Manufacturing In India) को बढ़ावा देने के लिए ड्रोन एक्सपोर्ट नियमों में बदलाव किया है. नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने ट्वीट करते हुए कहा है कि-भारत में ड्रोन मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देते हुए सिविलियन यूज वाले ड्रोन के एक्सपोर्ट रिस्ट्रिक्शन में ढील दी जा रही है।

यानी Drone अब भारत में 'स्पेशल केमिकल ऑर्गेनिज्म्स मटेरियल एंड टेक्नोलॉजी के दायरे में नहीं होंगे। बता दें कि भारत सरकार ने ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग को हब बनाने के लिए लक्ष्य तय किया है. पीएम मोदी का इंडिया को ड्रोन हब बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम है. ड्रोन इंडस्ट्री को मेरी बधाइयाँ

25 किमी रेंज वाले ड्रोंस एक्सपोर्ट होंगे

डायरेक्टर जनरल ऑफ़ फॉरेन ट्रेड (DGFT) ने बताया कि सिविलियन यूज के कुछ खास स्पेसिफिकेशन वाले ड्रोन और मानवरहित हवाई वाहनों (UAVs) के एक्सपोर्ट को 'ड्रोन एक्सपोर्ट के जनरल अथॉरिटी' (GAED) के तहत मंजूरी दी गई है। इसमें 25 किलोमीटर या उससे कम दूरी तक जाने वाले और 25 किलो से कम वजन वाले को ले जाने की कैपेसिटी वाले ड्रोन या UAVs को छूट मिलेगी।

ड्रोन एक्सपोर्ट के लिए SCOMET लाइसेंस की जरूरत नहीं

सरकार से इस छूट के मिलने के बाद अब ड्रोन एक्सपोर्ट करने के लिए SCOMET लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी। अपेक्स इंडस्ट्रीज ड्रोन फेडरेशन ऑफ़ इंडिया DFI के प्रेसिडेंट स्मित शाह ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है.

उन्होंने कहा- ,'ड्रोन मैन्युफैक्चरर को हर बार एक्सपोर्ट ऑर्डर मिलने पर परमीशन और लाइसेंस का जरूरत होती थी। नियमों में ढील से सिविलियन ड्रोन का एक्सपोर्ट काफी आसान हो जाएगा।'

10000 ड्रोन एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य है

Garuna Aerospace के फाउंडर और CEO अग्निश्वर जयप्रकाश ने कहा,'इससे हमें न केवल अपने ऑर्डर भेजने में मदद मिलेगी, बल्कि दुनिया भर के 100 देशों में 10,000 ड्रोन एक्सपोर्ट करने का हमारा लक्ष्य भी पूरा होगा।'

दरअसल, Garuna Aerospace ने 22 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है, जो ड्रोन स्टार्टअप के लिए अब तक की सबसे ज्यादा राशि है। इसके साथ ही उन्हें मलेशिया, UAE और पनामा सहित कई देशों से थोक ऑर्डर मिले हैं।




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