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न्यू बिजनेस आइडिया 2021: लीची की खेती का बिजनेस कर हर महीने कमाए लाखो-करोड़ो रूपए, जानिए कैसे?

न्यू बिजनेस आइडिया 2021: लीची की खेती का बिजनेस कर हर महीने कमाए लाखो-करोड़ो रूपए, जानिए कैसे?
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न्यू बिजनेस आइडिया 2021: लीची की खेती भारत के कई जगहों में की जाने लगी है। इसके पूर्व लीची की खेती चीन में बहुतायत मात्रा में की जाती थी।

न्यू बिजनेस आइडिया 2021: लीची की खेती भारत के कई जगहों में की जाने लगी है। इसके पूर्व लीची की खेती चीन में बहुतायत मात्रा में की जाती थी। लेकिन आधुनिक खेती की वजह से आज यह भारत के कई राज्यों में की जाने लगी है। लीची का पौधा एक बार लगाने के बाद लगातार कई वर्षों तक फल देता है। सीमा लीची किसानों के लिए वरदान की तरह है। खेत की मेड़ में लीची के पौधा लगाकर किसान एक्स्ट्रा आमदनी ले सकते हैं।

कहां-कहां होती है लीची की खेती

वर्तमान समय में भारत में 13 राज्यों में लीची की खेती की जा रही है। सबसे पहले जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश के राज्यों में शुरू की गई थी। लेकिन बाद में लीच की खेती हो रहे फायदे को देखते हुए देश के अन्य राज्यों में इसकी खेती शुरू की गई। वर्तमान समय में बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम और त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, उत्तरांचल, उड़ीसा, हरियाणा तथा पंजाब में की जा रही है।

ऐसे करें लीची की खेती

लीची की खेती के लिए 5 से 7 पीएच मान वाली बलुई दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है। समशीतोष्ण जलवायु में लीची का उत्पादन मात्रा में होता है। भारत की जलवायु लीची की खेती के लिए अत्यंत उपयुक्त बताई गई है। बताया जाता है कि जनवरी फरवरी के माह में जब मौसम साफ रहता है उस समय मैं ज्यादा फूल एवं फल आते हैं। वहीं अप्रैल और मई के महीने में सामान्य आद्रता में अच्छे फल विकसित होते हैं।

लीची का पौधा 15 से 20 मीटर तक बड़ा होता है। इसलिए इसे 10 बाई 10 की दूरी पर लगाना चाहिए। रोपाई के पूर्व एक बड़ा गड्ढा तैयार कर ले। इसके पश्चात उसमें सड़ी हुई गोबर की खाद तथा हल्की मात्रा में रासायनिक खाद का भी उपयोग गाना चाहिए। पौधे को लगाने के पश्चात समय-समय पर पानी और खाद तथा निराई गुड़ाई करते रहना चाहिए।

इन किस्मों की करें बोनी

लीची की खेती व्यवसायिक तौर पर करने के लिए खास किस्म की उन्नत जो का चयन करना चाहिए। देश में प्रचलित उन्नत किस्म के लीची के बीच साही, कस्बा, पूर्वी, त्रिकोलिया, चाइना, ग्रीन, अर्लीबेदाना, देसी, डी रोज तथा रोज सेंटेड है। यह अच्छी पैदावार देने के लिए जाने जाते हैं।

फायदा कुछ इस तरह

लीची का पौधा 15 से 20 वर्ष तक में पूर्ण विकसित हो जाता है। जिसके पश्चात एक पेड़ पर 100 किलोग्राम से ऊपर फल प्रतिवर्ष प्राप्त होते हैं। अगर बाजार में इनकी कीमत की बात की जाए तो यह कम से कम 10 रुपए प्रति किलो बड़े आराम से बिक जाते हैं।

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