बिज़नेस

Lab Grown Diamond Business: लैब में हीरा बनाने का बिज़नेस आपको करोड़पति बना देगा, जानें क्या करना पड़ेगा

Lab Grown Diamond Business: लैब में हीरा बनाने का बिज़नेस आपको करोड़पति बना देगा, जानें क्या करना पड़ेगा
x
How To Start Lab Grown Diamond Business: मार्केट में हीरा यानी Diamond का सब्स्टीट्यट प्रोडक्ट आ गया है. जो खदान में नहीं लैब में बनता है

Lab Grown Diamond Business In India: मार्केट में हीरा (Diamond) का सब्स्टीट्यूट प्रोडक्ट आ गया है. यह दिखता एकदम हीरे जैसा है, चमकता भी वैसे ही है और कोई इसे देखकर पता नहीं कर सकता कि यह खदान से निकला असली हीरा है या कृतिम तरीके से बनाया गया लैब मेड़ डायमंड (Lab Grown Diamond) है.

यह कोई मजाक की बात नहीं है, बल्कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी Lab Grown Diamond की तारीफ करते हुए कहा है कि लैब ग्रोन डायमंड टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और रोजगार को बढ़ावा देने वाला सेक्टर है.

क्या है लैब ग्रोन डायमंड

What Is Lab Grown Diamond In Hindi: लैब ग्रोन डायमंड को शार्ट में LGD कहते हैं. यह ऐसा हीरा है जो खदान में मिलते नहीं बल्कि लेबोरेट्री में पैदा किए जाते हैं. देखने में असली डायमंड जैसे ही होते हैं, दोनों का कम्पोजिशन भी एक जैसा होता है.

भारत में लैब ग्रोन डायमंड बनाने वाली कंपनी (Lab grown diamond company in india) एस्टेला के को फाउंडर समय महेन्द्रू (Estella's co-founder Samay Mahendru) कहते हैं कि-

ये एक टेस्ट ट्यूब बेबी की तरह है. जैसे उसमें मेल-फीमेल सेल्स मिलाकर बच्चा बनाते हैं. वैसे ही हम नैचुरल डायमंड का सीड लेकर लैब ग्रोन डायमंड बनाते हैं. ये लैब में तैयार होते हैं और इको फ्रेंडली भी है. कोविड के बाद से लोग सस्टेनेबल लाइफस्टाइल की तरफ बढ़ रहे हैं.

Real Diamond Vs Lab Grown Diamond Price:

जैसे एक कैरेट का असली नेचुरल हीरा 4 लाख रुपए तक में मिलता है तो लैब ग्रोन डायमंड एक लाख रुपए के अंदर मिल जाता है. वो भी सर्टिफिकेट के साथ

लैब में हीरा कैसे बनाएं

How To Make Diamond: हीरा असल में कुछ नहीं सिर्फ एक कार्बन है. जिसे आप अगर 763 डिग्री सेल्सियस में जला दें तो तो यह जलकर कार्बन डाई-ऑक्साइड बन जाता है. उसमें कोई राख तक नहीं बचती.

उसी तरह कार्बन को जमा करके लैब में हाई प्रेशर और हाई टेंप्रेचर के साथ ट्रीट किया जाए तो तो आर्टिफिशियल हीरा बन सकता है. इसके लिए कार्बन सीड (carbon seed) यानि कार्बन से बने एक बीज की जरूरत होती है. उसे एक माइक्रोवेव चैंबर में रखकर विकसित किया जाता है. तेज तापमान में गरम करके एक चमकने वाली प्लाज़्मा बॉल (Plasma Ball) बनाई जाती है. इस प्रोसेस में ऐसे कण बनते हैं जो कुछ हफ्तों बाद डायमंड में बदल जाते हैं. फिर उसकी कटिंग और पॉलिशिंग होती है ठीक वैसे ही जैसे खदान से निकले डायमंड की होती है.

इसे बनाने के दो तरीके होते हैं पहला -High Pressure High Temperature (HPHT) और दूसरा -Chemical Vapour Deposition (CVD) लेकिन ये बिज़नेस शुरू करने के लिए आपके पास पहले करोड़ों रुपए की पूंजी होनी चाहिए। इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाली मशीने बहुत महंगी आती हैं.


Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

    Next Story