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Multibagger Stocks Tips: मल्टीबैगर स्टॉक में भारी-भरकम प्रॉफिट पाने के लिए रखें इन बातों का ध्यान

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अगर आप भी मल्टीबैगर स्टॉक (multibagger stock) से करोड़पति बनना चाहते हैं तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें।

Multibagger Stock In Hindi: अंडरवैल्यूड स्टॉक (undervalued stock) निवेशकों (investors) को भारी-भरकम प्रॉफिट देने में सक्षम होता है। वैसे ही मल्टीबैगर स्टॉक (multibagger stock) होते हैं जो आपको शानदार रिटर्न देकर करोड़पति बनाते बनाते हैं। लेकिन मल्टीबैगर स्टॉक में निवेश (multibagger stock investment) करने से पहले आपको उनके बारे में पता होना चाहिए। अंडरवैल्यूड स्टॉक ऐसे शेयर होते हैं, जिनका बाजार मूल्य उनके वास्तविक मूल्य से काफी कम होता है। किसी कंपनी का मूल्य उसका नकदी प्रवाह, लाभ, संपत्ति एवं रिटर्न, देनदारियों आदि जैसे कुछ मूलभूत वित्तीय संकेतों पर आधारित होता है। आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि मल्टीबैगर स्टॉक में अधिक प्रॉफिट कमाने के लिए रखें इन बातों का ध्यान।

अंडरवैल्यूड शेयरों का पता लगाने के लिए

किसी शेयर का बाजार भाव संबंधित कंपनी की मौजूदा वैल्यू के अनुसार नहीं होती है जिसके कारण कंपनी का स्टॉक अपने वास्तविक मूल्य से कम मूल्य पर कारोबार कर रहा होता है।

आय वृद्धि अनुपात

मूल्य वृद्धि अनुपात पीई अनुपात और आय वृद्धि के बीच संबंध स्थापित करता है। पीईजी अनुपात कंपनी की उपस्थिति और अपेक्षित आय वृद्धि दर का विश्लेषण करके कंपनी के शेयर के अंडरवैल्यूड है या ओवरवैल्यूड होने की जांच करता है। पीई अनुपात कंपनी की भविष्य की आय वृद्धि को नहीं दर्शाता है इसीलिए कई लोग पीईजी अनुपात को पीई अनुपात का विकसित संस्करण मानते हैं‌। इसीलिए, यदि किसी कंपनी का पीईजी अनुपात कम होता है, तो यह संभवत भारत में विकसित होने वाले अंडरवैल्यूड शेयरों में से एक का होता है।

मुक्त नकदी प्रवाह

मुक्त नकदी प्रवाह का उपयोग अंडरवैल्यूएड शेयरों को जांच करने में किया जाता है। एफसीएफ वह नकदी है, जो खर्च को हटाकर कंपनी कर अपने कारोबार और संचालन के माध्यम से उत्पन्न करती है। एक निश्चित सीमा तक नकदी प्रवाह हमें संचालन और पूंजीगत व्यय के लिए कंपनी की क्षमता का अंदाजा देता है। अधिकतर कंपनियां अपने नकदी प्रवाह का उपयोग लाभांश देने और बायबैक या शेयरों की पुनर्खरीद के लिए करती है। यही कारण है कि कई लोग नकदी प्रवाह को एक मूल्य मानक मानते हैं। यदि कोई कंपनी कम मूल्य पर कारोबार करती है और नकदी प्रवाह बढ़ रहा है, तो संभावना होती है कि शेयरों का मूल्यांकन कम हो और उसमें भविष्य के विकास की संभावना हो।

फंडामेंटल्स स्थिति

जब किसी कंपनी के फंडामेंटल्स, मसलन उसके प्रबंधन में सकारात्मक बदलाव, होता है तो जरूरी नहीं कि उसके स्टॉक मूल्य में तुरंत परिलक्षित हो। शेयर की कीमतों के मामलों में इसमें थोड़ा समय लगता है।

प्राइस टू बुक अनुपात:

प्राइस टू बुक अनुपात कंपनी में उपस्थित बाजार मूल्य या पूंजीगत की तुलना उसके बुक वैल्यू से करते हैं।‌ एक कंपनी बहुत अधिक संपत्ति का मालिक हो सकती है, जिसका मूल्य उसके प्राथमिक व्यवसाय संचालन से होने वाले मुनाफे से बहुत अधिक होता है। इसलिए, भले ही उसकी वित्तीय स्थिति मजबूर हो, उसके स्टॉक की कीमत इसे प्रतिबिंबित नहीं कर सकती है। इसीलिए किसी कंपनी की संपत्ति और देनदारियों के समग्र रूप में देखना अहम है।

बदलावी मॉडल

उद्योग में नई कंपनियों के साथ-साथ छिपी हुई क्षमताओं की पहचान करना 2022 में भारत में अंडरवैल्यूड स्टॉक खोजने का एक और तरीका अपनाया है। जिसमें उद्योग में बदलाव लाने वाले उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने वाली या एक नया बाजार या बाजार माध्यम का निर्माण करने वाली कंपनियों को देखें।

जनता की धारणा का प्रभाव

अच्छी और बुरी दोनों खबरें कंपनी के प्रति जनता की धारणा बदलते हुए शेयर बाजारों को प्रभावित करते हैं। कभी-कभी, बुरी खबरें छोटी अवधि के लिए स्टाक को कम आंकने का कारण बन जाती हैं, भले ही उनकी वित्तीय फंडामेंटल मजबूत हो।

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