
ITR फाइलिंग में CA की मदद क्यों है जरूरी? जानें जुर्माने से बचने और टैक्स प्लानिंग के फायदे

ITR FILLING
ITR फाइलिंग की तारीख नजदीक: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की 15 सितंबर की आखिरी तारीख में अब 40 दिनों से भी कम समय बचा है. कई टैक्सपेयर जरूरी दस्तावेज जुटाने में लगे हैं, जबकि कुछ खुद ही यह काम करने की कोशिश कर रहे हैं. खुद से ITR फाइल करने का तरीका उन लोगों के लिए ठीक हो सकता है जिनकी आय का एक ही स्रोत है और रिटर्न में ज्यादा जटिलता नहीं है. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादातर मामलों में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की मदद लेना ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है.
एक से ज्यादा इनकम सोर्स वालों के लिए क्यों जरूरी है CA?
CA की मदद क्यों लेनी चाहिए? बॉम्बे चार्टर्ड अकाउंटेंट्स सोसाइटी की कोषाध्यक्ष किंजल भुटा के अनुसार, "एक पेशेवर पारदर्शिता लाता है, लेटेस्ट टैक्स नियमों का पालन सुनिश्चित करता है और AIS या फॉर्म 26AS के बीच होने वाले मिसमैच से बचाता है, जो जांच का कारण बन सकते हैं." विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनकी कमाई के कई स्रोत हैं, जैसे पूंजीगत लाभ (capital gains) या बिजनेस इनकम, उनके लिए एक्सपर्ट की सलाह बहुत जरूरी हो जाती है. एक CA यह सुनिश्चित करता है कि आपकी सभी आय और कटौतियों (deductions) का सही-सही आकलन हो.
CA की फीस बचाना पड़ सकता है महंगा: गलतियों से बचें
कई टैक्सपेयर CA की फीस बचाने के लिए खुद ITR फाइल करते हैं. लेकिन भुटा का कहना है कि यह सोच महंगी पड़ सकती है. "अक्सर पेशेवर को काम पर न रखने से भविष्य में बड़े टैक्स मुकदमे की जिम्मेदारी हो सकती है, जिससे टैक्सपेयर का समय, पैसा और मेहनत सब बर्बाद होता है." कई टैक्सपेयर अनजाने में गलतियां कर देते हैं, जैसे आय की गलत रिपोर्टिंग, गलत ITR फॉर्म का चुनाव, या पात्र कटौतियों (eligible deductions) को छोड़ देना. ये छोटी-छोटी गलतियां बाद में नोटिस, रिफंड में देरी और यहां तक कि ब्याज और जुर्माने का कारण बन सकती हैं, जिसकी राशि CA की फीस से कहीं ज्यादा होगी.
नोटिस से बचने और बेहतर टैक्स प्लानिंग में मददगार
CA ITR फाइलिंग में कैसे मदद करते हैं? दिल्ली की चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रतिभा गोयल के अनुसार, "ITR फाइल करना केवल एक फॉर्म में जानकारी भरना नहीं है, बल्कि कानून की सही व्याख्या करना, टैक्स को अनुकूल बनाना और भविष्य में मुकदमों से बचने के लिए सही जानकारी प्रस्तुत करना है." CA इस काम में प्रशिक्षित होते हैं और वे कानून की सही व्याख्या करके गलती की संभावना को कम करते हैं.
इसके अलावा, CA अपने ग्राहकों को टैक्स प्लानिंग के बारे में भी सलाह देते हैं. दिल्ली के चार्टर्ड अकाउंटेंट दीपक कुमार अग्रवाल कहते हैं, "CA को सभी प्रावधानों की जानकारी होती है और वे टैक्सपेयर को भविष्य में टैक्स बचाने के तरीके बता सकते हैं. ऑनलाइन टूल्स का उपयोग करने पर इस तरह की कस्टमाइज्ड सलाह मिलना मुश्किल है."




