बिज़नेस

Indian Currency: पहले नोट में अंग्रेजो की थी तस्वीर, जानिए फिर कैसे महात्मा गाँधी ने बनाई जगह?

Indian Currency: पहले नोट में अंग्रेजो की थी तस्वीर, जानिए फिर कैसे महात्मा गाँधी ने बनाई जगह?
x
भारतीय मुद्रा (Indian Currency) जिसे रुपया कहा जाता है। वहीं आम बोलचाल की भाषा में रुपए को नोट भी कहा जाता है।

भारतीय मुद्रा (Indian Currency) जिसे रुपया कहा जाता है। वहीं आम बोलचाल की भाषा में रुपए को नोट भी कहा जाता है। क्या आपको पता है कि भारतीय मुद्रा यानी नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर के पहले अंग्रेजों की फोटो छपा करती थी। स्वतंत्रता के बाद भारत के नोटों पर गांधी जी की तस्वीर छपना शुरू हुआ। लेकिन यह स्वतंत्रता प्राप्ति के तुरंत बाद नहीं हुआ था। काफी समय बीतने के बाद देश की सरकार द्वारा आम सहमति बनाने के पश्चात नोट में चित्र का परिवर्तन किया गया। बताया जाता है आम सहमति बनाने में उस समय की सरकार को काफी समय लगा था।

100 के नोट पर छपे गांधीजी

देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर नोट पर छापने का कार्य सबसे पहले सौ की नोट पर किया गया। यह अवसर था राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी वर्ष का जब महात्मा गांधी की तस्वीर देश की करेंसी यानी कि नोट पर पहली बार प्रकाशित की गई।


जानकारी के अनुसार वर्ष 1969 में रिजर्व बैंक द्वारा 100 रूपये के नोट में महात्मा गांधी की सेवाग्राम आश्रम में बैठे हुए की फोटो प्रकाशित की गई थी। वही नोट में महात्मा गांधी की नियमित तस्वीर 1987 से शुरू हुआ जो अभी भी लगातार जारी है। इसी साल 500 रुपए के नोट छापे गए जिसमें महात्मा गांधी का मुस्कुराता हुआ चेहरा था।

1949 में तत्कालीन सरकार द्वारा नोट एवं सिक्कों में अशोक स्तंभ का उपयोग किया गया था। उस समय के नोटों में अशोक स्तंभ के साथ ही एक रुपए का नोट भी जारी किया गया था। उस समय कई छोटी-छोटी मुद्राएं जिन्हें पैसे कहा जाता है उनका चलन सबसे ज्यादा था। छोटे-छोटे नोट या सिक्के स्वतंत्रता प्राप्ति के काफी दिन तक उपयोग में रहे लेकिन बाद में जैसे-जैसे भाई महंगाई बढ़ती गई छोटी मुद्राएं स्वयं ही चलन से बाहर होने लगी खास तौर पर छोटे सिक्के।

अशोक स्तंभ बना

बताया जाता है स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात नोटों में ब्रिटिश सम्राट का फोटो था लेकिन सरकार ने इसे परिवर्तित करते हुए सम्राट के फोटो के स्थान पर सारनाथ के अशोक चिन्ह को लिया गया था बाद में अशोक स्तम्भ के साथ ही महात्मागांधी की फोटो भी लगाई गई।

Next Story