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अगर आप गले में पहनते हैं तुलसी की कंठी माला तो हो जाएं सावधान नहीं तो नरक जाने से कोई नहीं रोक सकता, जानिए क्यों?

कंठी माला
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कंठी माला 

Kanthi Mala: हमारे सनातन धर्म में पूजा के अलावा भी लोगों द्वारा कई तरह की माला पहनने का प्रचलन है।

Kanthi Mala: हमारे सनातन धर्म में पूजा के अलावा भी लोगों द्वारा कई तरह की माला पहनने का प्रचलन है। इसमें रत्न, तुलसी तथा रुद्राक्ष मुख्य रूप से लोग धारण करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि तुलसी का माला धारण करना कितना उपयुक्त है। अगर नहीं मालूम है तो आज हम इस समाचार के माध्यम से यह जानने का प्रयास करे कि तुलसी की माला किसे धारण करना चाहिए। साथ ही तुलसी की माला धारण करने पर कौन-कौन से आवश्यक परहेज करने चाहिए।

आ सकते हैं ऐसे संकट

  1. वैसे तुलसी की माला धारण करना बहुत सरल और सहज है। लेकिन धारण करने के बाद अगर परहेज में कमी हुई तो कई बार लोगों को संकट में डाल देते हैं।
  2. बताया गया है कि तुलसी की माला धारण करने वाले व्यक्ति को मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए।
  3. तुलसी की माला पहनने वाले व्यक्ति को लहसुन प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए।
  4. तुलसी की माला से भगवान शिव शंभू और माता भगवती के मंत्रों का जाप नहीं करना चाहिए।
  5. बताए गए इन पर नियमों का पालन न करने पर कई तरह के संकट जीवन में आते हैं। तो वही पूजा पाठ का पुण्यफल प्राप्त नहीं होता।

तुलसी माला के लाभ

  1. कहा गया है कि तुलसी की माला से भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना सबसे उपयुक्त बताया गया है। इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
  2. जो व्यक्ति नियम के अनुसार परहेज करते हुए तुलसी की माला धारण करता है उसे नर्क की यातना नहीं झेलनी पड़ती।
  3. साथ ही बताया गया है कि नियम पूर्वक तुलसी की माला धारण करने वाला व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त करता है।
  4. तुलसी की माला पहन कर स्नान करने से कई तीर्थों का फल प्राप्त होता है।

बहुत ही पवित्र होती है तुलसी

तुलसी के संबंध में मान्यता है कि अगर भगवान शालिग्राम को पूजा के दौरान तुलसी पत्र नहीं अर्पण किया गया तो पूजा अधूरी मानी जाती है। वही भगवान को भोजन देने के समय जब भोग लगाया जाता है तो लगभग सभी को भोग लगाते समय तुलसी पत्र अवश्य डाला जाता है। वही जब तुलसी का पौधा सूख जाता है तो उसकी टहनियों से माला बनाकर लोक धारण करते हैं।

नोट-ः उक्त समाचार में दी गई जानकारी सूचना मात्र है। रीवा रियासत समाचार इसकी पुष्टि नहीं करता है। दी गई जानकारी प्रचलित मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। ऐसे में किसी कार्य को शुरू करने के पूर्व विशेषज्ञ से जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।

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