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पेट्रोल-डीजल की महंगाई से आपकी हालत ख़राब हो गई? अभी तो 143 चीजों के दाम बढ़ने हैं, जानें पूरी डिटेल

पेट्रोल-डीजल की महंगाई से आपकी हालत ख़राब हो गई? अभी तो 143 चीजों के दाम बढ़ने हैं, जानें पूरी डिटेल
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जीएसटी काउंसिल 147 चीज़ों पर लगने वाले टैक्स को बढ़ाने वाला है, इसके लिए राज्यों से सुझाव मांगे जा रहे हैं

GST Council: अगर पेट्रोल-डीजल की महंगाई झेलकर आपका जीना दूभर हो गया है तो इतना जान लीजिये यह सिर्फ महंगाई का ट्रेलर है, क्योंकि सरकार अभी पूरी पिक्चर दिखाने वाली है. GST काउंसिल 143 तरह के प्रोडक्ट्स और सर्विसेज में लगने वाले TAX को बढ़ाने वाली है, इसके लिए राज्य सरकारों से सुझाव मांगे गए हैं. दिल दुखाने वाली बात तो यह है कि इन 143 चीज़ों में 92 ऐसे प्रोडक्ट हैं जिन्हे 18% के टैक्स स्लैब से सीधा 28% वाले टैक्स स्लैब में घुसेड़ दिया जाएगा। मतलब सीधा 10% टैक्स बढ़ जाएगा।

क्या-क्या महंगा हो सकता है

GST काउंसिल 143 चीज़ों को महंगा करने पर विचार कर रही है, जहां तक है कि GST काउंसिल इनमे से सभी चीज़ों के टैक्स रेट बढ़ा ही देगी, जिसमे पापड़, गुड़, कस्टर्ड पाउडर, अखरोट, च्वींगम, चॉकलेट नॉन एल्कोहॉलिक ड्रिंक्स शामिल हैं हैं. इसके अलावा कपड़े, चमड़े से बने कपड़े, चश्मे, गॉगल्स, परफ्यूम्स/डिओड्रेंट्स, सूटकेस, सिरेमिक सिंक और वॉश बेसिन भी मंहगे हो सकते हैं. इसके साथ 32 इंच से कम की TV के भी मंहगे होने की संभावना है.

GST काउंसिल ने जिन सामानों के दाम नवंबर 2017 और दिसंबर 2018 की बैठक में कम किए थे, अब उन्हें बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है. परफ्यूम्स, लेदर के कपड़े और सामान, चॉकलेट, कोको पाउडर, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, पटाखे, फर्श कवर करने वाले प्लास्टिक्स, लैंप्स, साउंड रिकॉर्ड करने के इक्विपमेंट के रेट नवंबर 2017 में कम किए गए थे. ऐसे ही TV, मॉनिटर, डिजिटल और वीडियो कैमरा रिकॉर्डर, पावर बैंक्स के दाम दिसंबर 2018 की मीटिंग में कम किए गए थे. अब इन चीज़ों के रेट बढ़ जाएंगे।

अब इनमे भी लगेगा टैक्स

अबतक गुड़ और पापड़ जैसे सामानों पर टैक्स ही नहीं लगता था, सरकार ऐसे उत्पादों को 5% टैक्स वाले स्लैब में शामिल करने वाली है. जबकि अखरोट में 5% की जगह 12%, कस्टर्ड पाउडर में 5 से 18% फर्नीचर पर 12 से 18% तक टैक्स बढ़ाया जा सकता है. इसी के साथ लेदर के सामान, घड़ियां, रेज़र्स, चॉकलेट, वैफल्स, कोको पाउडर, नॉन एल्कोहॉलिक ड्रिंक्स, हैंड बैग्स, अब इन्हें लग्ज़री सामानों की कैटेगरी में गिना जाएगा. इन पर 28 प्रतिशत टैक्स लगाने पर मंथन हो रहा है. वहीं घर बनाने के सामान जैसे सिरेमिक सिंक्स, वॉश बेसिन, प्लाईवुड, दरवाज़े, खिड़कियां, बिजली फिटिंग के सामान जैसे स्विच- सॉकेट पर भी 28 प्रतिशत GST लगाया जा सकता है.

5 ट्रिलियन की इकोनॉमी ऐसे ही बननी है क्या

प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य है कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाना है, जिस हिसाब से टैक्स पर टैक्स बढ़ाए जा रहे हैं वो जानकर ऐसा लगता है कि सरकार ऐसे ही टैक्स बढ़ा कर अपना लक्ष्य पूरा करने की प्लानिंग कर रही है. खैर अभी देश की जनता पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को झेल रही है और अब यह 143 सामग्रियां और महंगी हो सकती हैं.

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