बिना Hallmark के नहीं बिकेगी गोल्ड ज्वैलरी! जल्द लागू होने वाला है नियम
Gold jewelry will not be sold without Hallmark: ज्वैलर्स द्वारा ग्राहकों के साथ गोल्ड और सिल्वर ज्वैलरी के मामले में धोखाधड़ी करना आम हो गया है. दुकानदार आसानी से ग्राहकों को चूना लगा देते हैं और उन्हें नकली गहने बेच देते हैं या गुमराह कर देते हैं. मगर ज्वैलरी मार्केट में यह फर्जीवाड़ा बहुत जल्द बंद होने वाला है. सरकार के नियम के मुताबिक ज्वैलरी दुकानों में अब बिना हॉलमार्क वाला सोना या किसी भी प्रकार की ज्वैलरी नहीं बेचीं जाएगी।
बिना हॉलमार्क के ज्वैलरी नहीं बिकेगी
सरकार का यह नया नियम इसी महीने की 31 तारिख से प्रभावी हो जाएगा। यानी 31 मार्च के बाद से ग्राहकों को सिर्फ हॉलमार्क वाले गहने की बेचे जाएंगे। वहीं सरकार ने इस नियम के तेजी से लागू करने के लिए छोटे ज्वैलर्स को राहत देते हुए मार्किंग की फीस में 80% तक डिस्काउंट देने का ऐलान किया है. यही नहीं उत्तर पूर्व राज्यों में 10 फीसदी अतिरिक्त छूट भी दी जाएगी.
क्या होता है हॉलमार्क
Hallmark गोल्ड की एक पहचान संख्या होती है जिससे पता चलता है कि Gold की शुद्धता किस स्तर पर है. दरअसल फर्जीवाड़ा करने वाले गोल्ड विक्रेता द्वारा सोने में अशुद्धियां मिलाई जाती हैं जिससे उसका कैरेट और दाम दोनों ही नीचे आते हैं. हालांकि ऐसा कई बार देखने को मिलता है कि ग्राहकों को कम शुद्धता का सोना ज्यादा कीमतों पर बेचा गया है, क्योंकि आम लोगों के लिए सोने की शुद्धता का पता लगाना आसान काम नहीं है. इसी वजह से सरकार ने तय किया है कि हर ज्वैलरी पर उसकी शुद्धता और जांच से जुड़ी जानकारियां Hallmark यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर(UIN) के जरिए दी जाएंगी.