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WazirX के डायरेक्टर पर ED का छापा! Crypto फर्म के डायरेक्टर का बैंक बैलेंस सीज

WazirX के डायरेक्टर पर ED का छापा! Crypto फर्म के डायरेक्टर का बैंक बैलेंस सीज
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ED raids WazirX Director: शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने Crypto Firm WazirX और Zanmai Lab Pvt Ltd के डायरेक्टर पर छापा मारा

EX WazirX Raid: शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने Crypto फर्म WazirX डायरेक्टर समीर म्हात्रे की पेरेंट कंपनी Zanmai Lab Pvt Ltd. में रेड डाली, कंपनी में वित्तय हेरफेर के आरोप में ED ने WazirX के डायरेक्टर के 64.47 करोड़ रुपए वाले बैंक अकाउंट को भी सीज़ कर दिया

बता दें कि ED कई भारतीय नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFC) और उनके Fintech पार्टनर्स के खिलाफ RBI के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रहा है. इसी क्रम में अब WazirX के डायरेक्टर समीर म्हात्रे (Sameer Mhatre)ED की राडार में आ गए हैं

ईडी ने वजीरएक्स के डायरेक्टर पर मारा छापा

ED का आरोप है कि ये कंपनियां टेलीकॉलर्स का इस्तेमाल करती हैं, जो यूजर्स का पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल करती हैं और इंस्टेंट लोन लेने वालों से ज्यादा ब्याज दर वसूल करने के लिए उन्हें धमकाती हैं.. ED ने कहा कि चीनी फंड्स द्वारा समर्थित कई फिनटेक कंपनियों को RBI से कर्ज देने का कारोबार करने के लिए NBFC लाइसेंस नहीं मिला है. इसलिए WazirX के डायरेक्टर ने अपना काम जारी रखने के लिए RBI की गाइडलाइन के खलाफ जाकर गलत रास्ता अपनाकर यह काम शुरू किया.

पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ Crypto Exchange Firms को मनी लॉन्ड्रिंग और फॉरेन एक्सचेंज के नियमों के उल्लंघन को लेकर समन भेजा था। जिन एक्सचेंज को समन भेजा गया था उनमें कॉइनडीसीएक्स (CoinDCX), वजीरएक्स (WazirX) और कॉइनस्विच कुबेर (Coinswitch Kuber) शामिल थे।

क्रिप्टो होल्डर्स के रिकॉर्ड गायब

वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी (Minister of State for Finance Pankaj Choudhary) ने बताया था कि ED को जांच से पता चला है कि भारत में जानमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड (Zanmai Lab Pvt Ltd.) द्वारा ऑपरेट किया जा रहा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म WazirX, Binence के Block chain का इस्‍तेमाल कर रहा था। जांच में पता चला है कि इन दोनों एक्सचेंजों के बीच सभी क्रिप्टो ट्रांजैक्‍शन ब्लॉकचेन पर दर्ज नहीं किए जा रहे थे. ED ने बताया कि Fintech कंपनियों ने क्रिप्टो एसेट्स खरीदने में मोटा पैसा खर्च किया और फिर उन्हें विदेशों में ट्रांसफर कर दिया। इन कंपनियों और इनके वर्चुअल सम्पत्तियों को फिलहाल ट्रेस नहीं किया जा सकता।

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