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Dragon Chicken Farming Business: कड़कनाथ भी ड्रैगन चिकन के सामने कुछ नहीं, डेढ़ लाख रुपए में बिकता है एक मुर्गा

Dragon Chicken Farming Business: कड़कनाथ भी ड्रैगन चिकन के सामने कुछ नहीं, डेढ़ लाख रुपए में बिकता है एक मुर्गा
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Dragon Chicken Poultry farming: ड्रैगन चिकन को सभी मुर्गों का बॉस कहा जाता है. यह काफी मोटा-तगड़ा होता है

Dragon Chicken Poultry farming: पूरी दुनिया में चिकन खाने वालों की संख्या बेहद ज़्यादा है. ऐसा कोई पोल्ट्री फार्मिंग बिज़नेस नहीं है जो लॉस में चलता हो. मुर्गा पालन बिज़नेस अब काफी एडवांस हो गया है. लोग नई किस्म के मुर्गों को भारत में लाकर उनकी ब्रीडिंग कर रहे हैं और लाखों-करोड़ों रुपए कमा रहे हैं. भारत में सबसे पॉपुलर मुर्गे की ब्रीड कड़कनाथ है जिसकी फार्मिंग खुद महेंद्र सिंह धोनी करते हैं. लेकिन अब एक ऐसी प्रजाति सामने आई है जिसके सामने कड़कनाथ कुछ भी नहीं है. मुर्गे की इस प्रजाति का नाम है ड्रैगन चिकन (Dragon Chicken)

क्या है ड्रैगन चिकन

What Is Dragon Chicken: नीचे तस्वीर में दिख रहा यह दैत्याकार मुर्गा ही ड्रैगन चिकन कहलाता है. इसे यह नाम इसके पंजों के शेप के कारण मिला है. चिकन की एक खास ब्रीड है. ले वान हिएन नामक शख्स चिकन की इस खास ब्रीड को पालने का काम करता है. हिएन वियतनाम की राजधानी हनोई के करीब एक फार्म चलाते हैं. 'ड्रैगन चिकन' नामक इस खास चीकन ब्रीड की टांगें ईंट जैसी मोटी होती हैं.

ड्रैगन चिकन का बिज़नेस मालामाल कर देगा

जैसे कड़कनाथ मुगा ज़्यादा से ज़्यादा 1200 रुपए केजी और कम से कम 300-400 रुपए में मिल जाता है. लेकिन ड्रैगन चिकन के साथ सीन काफी अलग है. इस खास प्रजाति के मुर्गे की कीमत 2000 डॉलर यानी 1,63,575 रुपए तक जाती है.


असल में ड्रैगन चिकन की ब्रीड का नाम 'डोंग ताओ' है. इसका नाम डोंग ताओ इसी लिए है क्योंकि यह उत्तरी वियतनाम के इसी नाम वाली जगह पर पाला जाता है. इंटरनेशनल मार्केट में इसकी खासी डिमांड है.

10 किलो तक होता है वजन

आम मुर्गे ज़्यादा से ज़्यादा 3 किलो तक के हो सकते हैं. मगर ड्रैगन चिकन का वजन 10 किलो तक हो सकता है. सबसे अच्छा हिस्सा उनके पैरों की त्वचा है. इनके पैर जितने बड़े होते हैं, खाने में उतने ही स्वादिष्ट लगते हैं. हिएन ने बताया कि उन्होंने इनमें से कुछ मुर्गों को ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भी भेजा है. खाने कि बात करें तो इनकी खुराक में मकई और चावल प्रमुखता से शामिल होते हैं.

इसकी खास बात ये है कि इसके मीट में फैट बहुत कम होता है. इसके साथ ही ये सख्त और चबाने वाले मीट के तौर पर जाना जाता है.

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

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