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Crude Oil Price: Russia Ukraine की जंग से 139 डॉलर प्रति बैरल हुआ कच्चा तेल, चुनाव न होते तो जनता लुट जाती

Crude Oil Price: Russia Ukraine की जंग से 139 डॉलर प्रति बैरल हुआ कच्चा तेल, चुनाव न होते तो जनता लुट जाती
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Crude Oil Price: साल 2008 के बाद क्रूड ऑयल की कीमत इतनी उचाई पर पहुंची है

Crude Oil Price: शुकर है देश के 5 राज्यों में चुनाव चल रहे हैं, इसी लिए पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें बीते 3 महीने से स्थिर हैं, यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग के कारण क्रूड ऑयल की कीमत 139 डॉलर पहुंच गई है. ऐसे में देश में बिकने वाले पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में भी भारी इजाफा होना था लेकिन चुनाव के चलते अबतक रेट नहीं बढे हैं. इससे पहले साल 2008 में क्रूड की कीमत इतनी उचाई पर पहुंची थी.

रूस यूक्रेन वॉर का असर न सिर्फ ग्लोबल मार्केट, इम्पोर्ट एक्सपोर्ट, शेयर, में पड़ रहा है बल्कि सबसे ज़्यादा प्रभाव कच्चे तेल में देखने को मिल रहा है. सोमवार को कच्चे तेल की कीमत 139 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई है। हालांकि ये दाम अभी कुछ नहीं है ऐसी अनुमान है कि मार्च के अंत तक इसकी कीमत 185 डॉलर तक पहुंच सकती है

भारत में पेट्रोल-डीज़ल के दाम क्यों नहीं बढ़ रहे

केंद्र सरकार कहती है कि पेट्रोल-डीज़ल के दाम क्रूड के घटते-बढ़ते रेट पर डिपेंड रहते हैं. लेकिन नवंबर के बाद से देश में दोनों ईंधन के रेट में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. जबकि इस बीच क्रूड की कीमत लगभग दोगुनी हो गई है. ऐसे में पेट्रोल और डीज़ल के दाम कम से कम 30 से 40 रुपए महंगे हो जाने थे। लेकिन देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहा है। इसी लिए ईंधन के रेट नहीं बढ़ाए जा रहे हैं. लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म होंगे और नतीजे सामने आएंगे वैसे लोगों को ईंधन की महंगाई की मार खानी पड़ेगी।

अभी तो और बढ़ेगा

14 साल बाद कच्चे तेल की कीमत अपनी उच्चतम स्तर में पहुंची है. साल 2008 में क्रूड ऑयल 139.13 डॉलर प्रति बैरल तक पंहुचा था. हालांकि अमेरिका और युपोइयन यूनियन रूसी तेल में बैन लगाने की बात कह रहा है ऐसे में क्रूड ऑयल की कीमत की सप्लाई बहुत कम हो जाएगी। जिससे ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इसके रेट 185 डॉलर पहुंच जाएंगे।


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