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2000 Rupees Note: 2000 के नोट क्यों हो रहे गायब, ये रहा कारण?

2000 Rupees Note: 2000 के नोट क्यों हो रहे गायब, ये रहा कारण?
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2000 KI NOTE 

नोटबंदी के बाद नये नोटों की छपाई हुई। एक हजार की जगह 2000 के नोट चलन में आए।

नोटबंदी के बाद नये नोटों की छपाई हुई। एक हजार की जगह 2000 के नोट चलन में आए। लेकिन आज हालत यह है कि 2 हजार के नोट दिखाई नही दे रहे हैं। अगर दिखते भी हैं तो वह कभी कभार। यह मामला हमरे अपके बीच का नही रहा गया है। अब 2 हजार की नोट का मामला राज्यसभा तक जा पहुंचा है। जिसमें पेश किये गये आकडें में देखा जा रहा है कि लगातार 2 हजार के नोटों की संख्या बजार में घटती जा रही है। ऐसे में कई प्रश्न एक साथ सामने आ रहे है। जिसके लिए नोटो की छपाई के लिए जनता की मांग है।

वित्त मंत्रालय ने कहा

जानकारी के अनुसार हाल के दिनों में राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कुछ जानकारी सझा की। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि 31 मार्च, 2018 को 2,000 रुपये मूल्य के 336.3 करोड़ नोट प्रचलन में थे। इसके मुकाबले 26 नवंबर, 2021 को 2,233 एमपीसी प्रचलन में थे, जो मात्रा और मूल्य के संदर्भ में एनआईसी का क्रमशः 1.75 प्रतिशत और 15.11 प्रतिशत है।

नहीं आया कोई मांग पत्र

श्री चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2018-19 से नोट के लिए करेंसी प्रिंटिंग प्रेस के पास कोई नया मांगपत्र नहीं आया है। नोटों की छपाई के मामले में निर्णय सरकार द्वारा रिजर्व बैंक के सलाह लेकर जनता की लेनदेन संबंधी मांग के आधर पर दिया जाता था। लेकिन अभी इस तरह की कोई बात सामने नही आ रही है।

खराब हो जाते हैं नोट

जनकारी के अनुसार नोट चलन में आने के बाद कई बार खराब हो जाते हैं। जिससे वह चलन से बाहर हो जाते हैं। लेकिन नेट चलन से बाहर होने का कारण कई बार नेट में इंक या कोई अमिट रंग गिर जाने से, या फिर फट जाने से, किसी हादसे में जल जाने से भी चलन से बाहर हो जाते हैं। जिसका ख्याल बैंकों द्वारा बराबर रखा जाता है। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखकर विशेष मूल्यवर्ग के बैंक नोटों की छपाई का निर्णय सरकार द्वारा रिजर्व बैंक के परामर्श लेती है।

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

Sandeep Tiwari | रीवा रियासत

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