बॉलीवुड

IAS Arti Dogra: DM से हुई मुलाकात के बाद जागा आईएएस बनने का सपना, पहले ही प्रयास में आरती बनी कलेक्टर

IAS Arti Dogra: DM से हुई मुलाकात के बाद जागा आईएएस बनने का सपना, पहले ही प्रयास में आरती बनी कलेक्टर
x
IAS Arti Dogra: DM से हुई मुलाकात के बाद जागा आईएएस बनने का सपना, पहले ही प्रयास में आरती बनी कलेक्टर! Dream of becoming IAS awakened after meeting with DM, Aarti became collector in first attempt

IAS Arti Dogra: संगत का असर ऐसे ही कहा जाता है। क्यों वेदों पुराणों में कहा गया है आपकी जैसी संगत होगी बुद्धि भी वैसे ही बनेगी। ऐसा ही कुछ आरती डोगरा (IAS Arti Dogra) के साथ हुआ जो आज राजस्थान के अजमेर की नई जिला अधिकारी के तौर पर नियुक्त हैं। देहरादून की डीएम मनीषा से मुलाकात के बाद आरती उनसे ऐसे प्रभावित हुई की उन्होंने भी प्रण किया वह भी आईएएस बनेगी। और बहुत जल्दी वह भी समय आया जब आरती लगातार लिखित परीक्षा और इंटरव्यू पास कर पहले ही प्रयास में आईएएस बन गई। आज हम उन्हीं से जुड़ी हुई बातें आपको बताने जा रहे हैं।

सामान्य नहीं थी आरती

आरती के संबंध में बताया जाता है कि जब इनका जन्म हुआ डॉक्टरों ने कहा यह लड़की सामान्य नहीं है। इसकी कद काठी ज्यादा नहीं होगी। उनके पिता राजेंद्र डोगरा सेना में बड़े अधिकारी थे। वह कर्नल थे। मां कुमकुम स्कूल में प्रिंसिपल थी। डॉक्टरों की इस बात के बाद भी आरती के माता पिता ने सामान्य स्कूल में दाखिला करवाया। उनका कहना था कि बेटी ही हमारे सपने पूरा करेगी। इनकी प्राथमिक पढ़ाई वेल्हम गर्ल्स स्कूल में हुई। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में लेडी श्री राम कॉलेज में इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया। यूपीएससी की तैयारी करने लगी। अपने पहले ही प्रयास में लिखित और इंटरव्यू पास कर आईएएस अधिकारी बन गई।

डिस्कॉम की प्रबंध निदेशक बनी आरती

आरती 2006 बैच के आईएएस अफसर है, इनका कद 3 फुट 3 इंच है। अपनी ऊंचाई की वजह से उन्हें समाज में काफी भेदभाव का सामना भी करना पड़ा। इनकी पहली पदस्थ आप ना जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक के पद पर हुई। यह पहली महिला अधिकारी रही। जोधपुर डिस्कॉम में फिजूलखर्ची, बिजली की बर्बादी पर नियंत्रण के लिए जूनियर इंजीनियर से लेकर चीफ इंजीनियर तक की जिम्मेदारी तय कर दी गई। दूरदराज के इलाकों में जहां बिजली नहीं थी उसके प्रबंध में लग गई। वहां रहते हुए इन्होंने 327801 एलईडी बल्ब का वितरण किया।

आरती राजस्थान के बीकानेर और बूंदी जिले में कलेक्टर का पद संभाल चुकी हैं। जहां रहते हुए इन्होंने बंको बिकाणो नामक अभियान चलाया। इस अभियान के तहत लोगों को खुले में शौच करने से रोकने का भरपूर प्रयास किया गय। दीपक के शौचालयों का निर्माण हुआ। इसके लिए आरती को राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय कई पुरस्कार प्राप्त हुए।

Next Story